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7 Sep 2023 · 1 min read

तुमसा तो कान्हा कोई

तुमसा तो कान्हा कोई
दूजा जग में ना होगा
होठों पर मुस्कान लिए
मंत्र मुग्ध मुरली लिए
मोर पंख मुकुट में धरे
शेषनाग सा मित्र लिए।
मुख में ब्रह्मांड लिए
दूजा जग में ना होगा
हरमिंदर कौर अमरोहा

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