Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Feb 2022 · 1 min read

तीन शेर (महंगी दावतें)

*तीन शेर*
———————————————
(1)
बिगाड़ा है चलन तुमने जो महंगी दावतें कर के
हमारे बच्चों की अब जाने होंगी शादियाँ कैसे ?
(2)
ये महंगी दावतें ,सौ-सौ लगे स्टाल खाने के
मिटाकर अपनी हस्ती, ये तमाशे रोज होते हैं
(3)
चलन पर चलने का मतलब अगर है खुदकुशी तो फिर
जमाना कुछ कहे चाहे, जमाने का चलन बदलो
———————————————–
रचयिता: रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर (उ.प्र..)मो.9997615451

Language: Hindi
Tag: शेर
86 Views

Books from Ravi Prakash

You may also like:
श्रीजन के वास्ते आई है धरती पर वो नारी है।
श्रीजन के वास्ते आई है धरती पर वो नारी है।
Prabhu Nath Chaturvedi
*धूप में रक्त मेरा*
*धूप में रक्त मेरा*
सूर्यकांत द्विवेदी
"तस्वीर"
Dr. Kishan tandon kranti
■ एक नारा, एक दोहा-
■ एक नारा, एक दोहा-
*Author प्रणय प्रभात*
“प्रतिक्रिया, समालोचना आ टिप्पणी “
“प्रतिक्रिया, समालोचना आ टिप्पणी “
DrLakshman Jha Parimal
*सीमा*
*सीमा*
Dr Rajiv
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
Buddha Prakash
मूर्दों का देश
मूर्दों का देश
Shekhar Chandra Mitra
मेरी कमज़ोरी अब नहीं कोई
मेरी कमज़ोरी अब नहीं कोई
Dr fauzia Naseem shad
माँ महागौरी
माँ महागौरी
Vandana Namdev
जिन्दगी ने किया मायूस
जिन्दगी ने किया मायूस
Anamika Singh
सबको नित उलझाये रहता।।
सबको नित उलझाये रहता।।
Rambali Mishra
है सुकूँ  से भरा  एक  घर  ज़िन्दगी
है सुकूँ से भरा एक घर ज़िन्दगी
Dr Archana Gupta
You can't AFFORD me
You can't AFFORD me
Vandana maurya
Writing Challenge- प्रेम (Love)
Writing Challenge- प्रेम (Love)
Sahityapedia
वतन हमारा है, गीत इसके गाते है।
वतन हमारा है, गीत इसके गाते है।
सत्य कुमार प्रेमी
सफ़र
सफ़र
Er.Navaneet R Shandily
समय पर संकल्प करना...
समय पर संकल्प करना...
Manoj Kushwaha PS
बर्बादी की दुआ कर गए।
बर्बादी की दुआ कर गए।
Taj Mohammad
चल सजना प्रेम की नगरी
चल सजना प्रेम की नगरी
Sunita jauhari
रंग बरसे
रंग बरसे
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
मुक्तक
मुक्तक
Dr. Girish Chandra Agarwal
सुना है सपने सच होते हैं।
सुना है सपने सच होते हैं।
Shyam Pandey
अनमोल घड़ी
अनमोल घड़ी
Prabhudayal Raniwal
चाहत
चाहत
जय लगन कुमार हैप्पी
आखिरी उम्मीद
आखिरी उम्मीद
Surya Barman
*नश्वर यह देह जगत् सारा, मन में यह बारंबार रहे (घनाक्षरी)*
*नश्वर यह देह जगत् सारा, मन में यह बारंबार रहे...
Ravi Prakash
आंख से आंख मिलाओ तो मजा आता है।
आंख से आंख मिलाओ तो मजा आता है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
💐अज्ञात के प्रति-8💐
💐अज्ञात के प्रति-8💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कितना सकून है इन , इंसानों  की कब्र पर आकर
कितना सकून है इन , इंसानों की कब्र पर आकर
श्याम सिंह बिष्ट
Loading...