Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2023 · 1 min read

तारों का झूमर

तारों का झूमर
आज क्यों आसमाँ से
झील में उतर आया है
ठहरी हुई आँखों में मानो
इन आँखों ने एक आशियाँ
ख़्वाब का सजाया है ।

मेघों की ओट से
झाँकता हुआ चाँद
तारों की झिलमिल के स॔ग
यूं खुलकर खिलखिलाया है
मानो सितारों ने चाँद को
आज साहिल बनाया है ।

ज़िन्दगी की आँखों में
रख दिए थे कुछ
अनबूझे से ख्वाब
और चल दी थी ज़िन्दगी
कश्ती पर सवार ।

सुबकियां लेती हवाएँ भी
दे थपकी ज़िन्दगी को
सोहराती रही पलकों के रेशे सी
मानो ख़्वाबों के टुकड़ों को
सहेज रही थीं,
सँभालने कश्ती को
ये मखमली हवाएं
फरिश्ते लहरों के भेज रही थीं।

पतवार ख्वाबों की ले
लहरों ने कश्ती को
किनारे पहुंचाया है
और
रोशन हुआ है अंबर
इस धरा पर अगर
तो सितारों के झुरमुट ने
डगमगाती नैया को
रास्ता दिखाया है ।

————डॉ सीमा ( काॅपीराइट)

434 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Seema Varma
View all

You may also like these posts

" हौंसला ही साथ देगा ----- "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
3700.💐 *पूर्णिका* 💐
3700.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जीवंत हो तभी भावना है
जीवंत हो तभी भावना है
goutam shaw
घर परिवार पड़ाव - बहाव में ठहराव
घर परिवार पड़ाव - बहाव में ठहराव
Nitin Kulkarni
तन्हा
तन्हा
Kanchan Advaita
बुन्देली दोहा प्रतियोगिता -192 वीं शब्द - टिक्कड़
बुन्देली दोहा प्रतियोगिता -192 वीं शब्द - टिक्कड़
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
श्रंगार लिखा ना जाता है।
श्रंगार लिखा ना जाता है।
Abhishek Soni
ज़बान
ज़बान
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
काम क्रोध मद लोभ के,
काम क्रोध मद लोभ के,
sushil sarna
प्रेम
प्रेम
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
■ आज़ाद भारत के दूसरे पटेल।
■ आज़ाद भारत के दूसरे पटेल।
*प्रणय*
कलयुग के बाजार में
कलयुग के बाजार में
gurudeenverma198
बन बादल न कोई भरा
बन बादल न कोई भरा
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
कविता
कविता
Rambali Mishra
हंसना आसान मुस्कुराना कठिन लगता है
हंसना आसान मुस्कुराना कठिन लगता है
Manoj Mahato
उर्मिला व्यथा
उर्मिला व्यथा
सोनू हंस
धूप
धूप
Dr Archana Gupta
सोरठौ
सोरठौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
Easy is to judge the mistakes of others,
Easy is to judge the mistakes of others,
पूर्वार्थ
संवेदनाओं का भव्य संसार
संवेदनाओं का भव्य संसार
Ritu Asooja
स्मृतियाँ
स्मृतियाँ
Dr. Upasana Pandey
*ऊॅंचा सबसे दिव्य है, जग में मॉं का प्यार (कुंडलिया)*
*ऊॅंचा सबसे दिव्य है, जग में मॉं का प्यार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
অরাজক সহিংসতা
অরাজক সহিংসতা
Otteri Selvakumar
कमाण्डो
कमाण्डो
Dr. Kishan tandon kranti
वर्तमान युद्ध परिदृश्य एवं विश्व शांति तथा स्वतंत्र सह-अस्तित्व पर इसका प्रभाव
वर्तमान युद्ध परिदृश्य एवं विश्व शांति तथा स्वतंत्र सह-अस्तित्व पर इसका प्रभाव
Shyam Sundar Subramanian
लखनऊ शहर
लखनऊ शहर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
जिदगी का सार
जिदगी का सार
sheema anmol
Sometimes we say sorry because we deserve peace of mind and
Sometimes we say sorry because we deserve peace of mind and
PANKAJ KUMAR TOMAR
“ख़ामोश सा मेरे मन का शहर,
“ख़ामोश सा मेरे मन का शहर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वो गर्म हवाओं में भी यूं बेकरार करते हैं ।
वो गर्म हवाओं में भी यूं बेकरार करते हैं ।
Phool gufran
Loading...