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24 Aug 2022 · 1 min read

तारे-तारे आसमान में

तारे-तारे आसमान में,
बिखरे है बहुत ढ़ेर सारे,
छोटे-छोटे टिम-टिम करते,
लगते है सबको प्यारे
अँधेरे में करते है उजियारे ।

तारे-तारे आसमान में,
चमकते है दीपक अति सारे,
नन्हे-नन्हे लौ है जलते,
सजाते है आसमां की थाल,
अँधेरे को रोशनी से जगमगाए ।

तारे-तारे आसमान में,
बिखरे है हीरे-मोती अपार,
हल्के-हल्के चमक बिखेरे,
सुंदर लगे चंदा का हार,
अँधेरे में जगत चमचमाए ।

रचनाकार –
✍🏼 बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर ।

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