Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jan 2023 · 1 min read

तानाशाहों का हश्र

ज़ालिम तानाशाहों का
अंज़ाम बुरा होता है
ये वक़्त जो लेता उनसे
इंतक़ाम बुरा होता है…
(१)
ज़ुल्मत की बुनियाद पर
टिके निज़ाम के ख़िलाफ़
इंकलाब का उठता हुआ
तूफ़ान बुरा होता है…
(२)
अपनी ताक़त का बेजा
इस्तेमाल करते हुए
जो जबरन किया जाता
वह काम बुरा होता है…
(३)
क्या दुनिया की तारीख़ से
मिलता नहीं सबक तुम्हें
किसी मजलूम क़ौम का
इंतक़ाम बुरा होता है…
(४)
शौक़ से हमारे होठों पर
ताले लगाओ तुम लेकिन
ख़ामोशी से उठने वाला
कोहराम बुरा होता है…
(५)
अवाम की निगाहों से
गिर जाओ न तुम कहीं
दुनिया में सियासत का
बदनाम बुरा होता है…
(६)
जो यहां जिस लायक़ हो
उसको वैसा ही काम दो
सिस्टम के लिए जीनियस
नाकाम बुरा होता है…
(७)
एक शायर कहता तुमसे
ऐसे अंगारों से खेलना
बैठकर बारूद के ढ़ेर पर
खुलेआम बुरा होता है…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#revolution #liberty #मनुवाद
#rights #equality #dictatorship
#तख्तापलट #इंकलाब #बगावत #सच
#तानाशाही #क्रांति #जनवादी #कवि
#bollywood #आदिविद्रोही #परिवर्तन
#गीतकार #अवामी #शायर #lyricist
#रोम #गुलाम #स्पार्टकस #Protest

Language: Hindi
36 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
जिंदगी
जिंदगी
Seema gupta,Alwar
"चाह"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
💐प्रेम कौतुक-406💐
💐प्रेम कौतुक-406💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
फिर मिलेंगे
फिर मिलेंगे
साहित्य गौरव
दूरियों में नजर आयी थी दुनियां बड़ी हसीन..
दूरियों में नजर आयी थी दुनियां बड़ी हसीन..
'अशांत' शेखर
"अतितॄष्णा न कर्तव्या तॄष्णां नैव परित्यजेत्।
Mukul Koushik
My Expressions
My Expressions
Shyam Sundar Subramanian
हक़ अदा इंसानियत का
हक़ अदा इंसानियत का
Dr fauzia Naseem shad
आओ अब लौट चलें वह देश ..।
आओ अब लौट चलें वह देश ..।
Buddha Prakash
नित नए संघर्ष करो (मजदूर दिवस)
नित नए संघर्ष करो (मजदूर दिवस)
श्री रमण 'श्रीपद्'
#आज_का_दोहा
#आज_का_दोहा
संजीव शुक्ल 'सचिन'
मैं भटकता ही रहा दश्त-ए-शनासाई में
मैं भटकता ही रहा दश्त-ए-शनासाई में
Anis Shah
ईद आ गई है
ईद आ गई है
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
पागल मन कहां सुख पाय ?
पागल मन कहां सुख पाय ?
goutam shaw
महाड़ सत्याग्रह
महाड़ सत्याग्रह
Shekhar Chandra Mitra
पीकर भंग जालिम खाई के पान,
पीकर भंग जालिम खाई के पान,
डी. के. निवातिया
■ ज़रूरत...
■ ज़रूरत...
*Author प्रणय प्रभात*
मजबूर दिल की ये आरजू
मजबूर दिल की ये आरजू
VINOD KUMAR CHAUHAN
Ye Sidhiyo ka safar kb khatam hoga
Ye Sidhiyo ka safar kb khatam hoga
Sakshi Tripathi
*सबको भाती ई एम आई 【हिंदी गजल/गीतिका】*
*सबको भाती ई एम आई 【हिंदी गजल/गीतिका】*
Ravi Prakash
ईद मुबारक़ आपको, ख़ुशियों का त्यौहार
ईद मुबारक़ आपको, ख़ुशियों का त्यौहार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
विचार मंच भाग -8
विचार मंच भाग -8
Rohit Kaushik
बस चलता गया मैं
बस चलता गया मैं
Satish Srijan
केहरि बनकर दहाड़ें
केहरि बनकर दहाड़ें
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कुछ मुक्तक...
कुछ मुक्तक...
डॉ.सीमा अग्रवाल
मेरे स्वयं पर प्रयोग
मेरे स्वयं पर प्रयोग
Ms.Ankit Halke jha
Never trust people who tells others secret
Never trust people who tells others secret
Md Ziaulla
आयी थी खुशियाँ, जिस दरवाजे से होकर, हाँ बैठी हूँ उसी दहलीज़ पर, रुसवा अपनों से मैं होकर।
आयी थी खुशियाँ, जिस दरवाजे से होकर, हाँ बैठी हूँ उसी दहलीज़ पर, रुसवा अपनों से मैं होकर।
Manisha Manjari
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...