Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Sep 2016 · 1 min read

तर्पण —( डी. के. निवातिया )

करने आया था तर्पण अपने मात-पिता का
अनायास ही मुझसे टकरा गया
मैंने भी पूछ लिया, कैसे हो मित्र !
रुआंसा होकर बोला, अच्छा हूँ
मैंने फिर पूछ लिया, ह्रदय में इतना रुदन किस लिए ?
बोला याद आती है ,माता पिता की
उन्ही की याद में, उनकी आत्मा शांति के लिए
कुछ दान दक्षिणा कर तर्पण विधि पूर्ण करने आया हूँ
!
मुझे याद आने लगा उसका पुराना मंजर
जा चला गया था छोड़कर बूढ़े माता पिता को
बीस बरस कैसे बिताये दम्पत्ति ने
बिना किसी का साहार लिये,
जानता है सारा मोहल्ला गली और गाँव
जब भी किसी का बेटा आता था
मुस्कुरा लेते थे उसे देखकर अपने बेटे की आस में
शायद आ जाये उनका भी बेटा, उनकी सुध लेने को
मन बड़ा मोहि होता है, झूठ को सच मानव देता है !
मगर अंत समय तक ना आया वो
लगा रहा जिंदगी की भाग दौड़ में
दुनिया के झूठे दिखावे की हौद में
अंतत: प्राण त्याग दिये थे दोनों ने
मुखग्नि को भी सेज सम्बन्धी आये !
आज सम्प्पति का वारिस बनकर
तर्पण करने चला है सुपुत्र…!!
सोचता हूँ !
क्या यही है पुत्र मोह
या यही है तर्पण
इस दुनिया में दिखावे के रूढ़िवादी ढकोसले
आज बन गये है ये हथियार लोभ लालच के
कितना भी शिक्षित हो जाए समाज
पर न मिट पायेगा परम्परानिष्ठ का अन्धकार !!
!
!
!
डी. के निवातिया ______________!!!

Language: Hindi
235 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from डी. के. निवातिया
View all
You may also like:
हकीकत  पर  तो  इख्तियार  है
हकीकत पर तो इख्तियार है
shabina. Naaz
गुम सूम क्यूँ बैठी हैं जरा ये अधर अपने अलग कीजिए ,
गुम सूम क्यूँ बैठी हैं जरा ये अधर अपने अलग कीजिए ,
नव लेखिका
सॉप और इंसान
सॉप और इंसान
Prakash Chandra
किसी से बाते करना छोड़ देना यानि की त्याग देना, उसे ब्लॉक कर
किसी से बाते करना छोड़ देना यानि की त्याग देना, उसे ब्लॉक कर
Rj Anand Prajapati
दिलों को तोड़ जाए वह कभी आवाज मत होना। जिसे कोई ना समझे तुम कभी वो राज मत होना। तुम्हारे दिल में जो आए ज़ुबां से उसको कह देना। कभी तुम मन ही मन मुझसे सनम नाराज मत होना।
दिलों को तोड़ जाए वह कभी आवाज मत होना। जिसे कोई ना समझे तुम कभी वो राज मत होना। तुम्हारे दिल में जो आए ज़ुबां से उसको कह देना। कभी तुम मन ही मन मुझसे सनम नाराज मत होना।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
♤⛳मातृभाषा हिन्दी हो⛳♤
♤⛳मातृभाषा हिन्दी हो⛳♤
SPK Sachin Lodhi
قفس میں جان جائے گی ہماری
قفس میں جان جائے گی ہماری
Simmy Hasan
अगर की हमसे मोहब्बत
अगर की हमसे मोहब्बत
gurudeenverma198
बावरी
बावरी
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
मेरे दिल मे रहा जुबान पर आया नहीं....,
मेरे दिल मे रहा जुबान पर आया नहीं....,
कवि दीपक बवेजा
*मोबाइल की जपते माला (मुक्तक)*
*मोबाइल की जपते माला (मुक्तक)*
Ravi Prakash
मैं इन्सान हूं, इन्सान ही रहने दो।
मैं इन्सान हूं, इन्सान ही रहने दो।
नेताम आर सी
*आत्मा की वास्तविक स्थिति*
*आत्मा की वास्तविक स्थिति*
Shashi kala vyas
जीवन मे एक दिन
जीवन मे एक दिन
N.ksahu0007@writer
इक क्षण
इक क्षण
Kavita Chouhan
एक अलग सी चमक है उसके मुखड़े में,
एक अलग सी चमक है उसके मुखड़े में,
manjula chauhan
■ दास्तानें-हस्तिनापुर
■ दास्तानें-हस्तिनापुर
*Author प्रणय प्रभात*
గురువు కు వందనం.
గురువు కు వందనం.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
मैं तो महज प्रेमिका हूँ
मैं तो महज प्रेमिका हूँ
VINOD KUMAR CHAUHAN
मैं तुम और हम
मैं तुम और हम
Ashwani Kumar Jaiswal
फिल्मी नशा संग नशे की फिल्म
फिल्मी नशा संग नशे की फिल्म
Sandeep Pande
तेरा ज़िक्र।
तेरा ज़िक्र।
Taj Mohammad
प्रारूप पोस्ट
प्रारूप पोस्ट
ख़याल
वह ठहर जाएगा ❤️
वह ठहर जाएगा ❤️
Rohit yadav
💐💐मेरी इश्क़ की गल टॉपर निकली💐💐
💐💐मेरी इश्क़ की गल टॉपर निकली💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तुम
तुम
Punam Pande
मित्रो जबतक बातें होंगी, जनमन में अभिमान की
मित्रो जबतक बातें होंगी, जनमन में अभिमान की
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
The Huge Mountain!
The Huge Mountain!
Buddha Prakash
जिसे पाया नहीं मैंने
जिसे पाया नहीं मैंने
Dr fauzia Naseem shad
जिल्लत की ज़िंदगी
जिल्लत की ज़िंदगी
Shekhar Chandra Mitra
Loading...