तमन्ना अनूप

मोहब्बत को मोहब्बत के नाम होना चाहिए।
नहीं तो इश्क सरेआम करना चाहिए।
जिंदगी दो पल की है ।
हर सांस में उनका सुमरिन करना चाहिए।
मोहब्बत मोहन है,राधा मेरा मन है।
नई महफिल सजाएंगे हम।
बड़ी शिद्दत से, महसूस कर के रुप अनोखी बनाएंगे हम।