Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2022 · 1 min read

तपिश

” ऐ तपिश तू इतना भी बढ़ कर मत दिखा
यहां लोगो के दिल पिघलने वाले नहीं!!

Language: Hindi
Tag: लेख
2 Likes · 2 Comments · 400 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दीप माटी का
दीप माटी का
Dr. Meenakshi Sharma
मुझे पढ़ने का शौक आज भी है जनाब,,
मुझे पढ़ने का शौक आज भी है जनाब,,
Seema gupta,Alwar
प्रेम तुम्हारा ...
प्रेम तुम्हारा ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*शीत वसंत*
*शीत वसंत*
Nishant prakhar
छाती पर पत्थर /
छाती पर पत्थर /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
टेंशन है, कुछ समझ नहीं आ रहा,क्या करूं,एक ब्रेक लो,प्रॉब्लम
टेंशन है, कुछ समझ नहीं आ रहा,क्या करूं,एक ब्रेक लो,प्रॉब्लम
dks.lhp
लड़खड़ाने से न डर
लड़खड़ाने से न डर
Satish Srijan
कहे तो क्या कहे कबीर
कहे तो क्या कहे कबीर
Shekhar Chandra Mitra
कभी नहीं है हारा मन (गीतिका)
कभी नहीं है हारा मन (गीतिका)
surenderpal vaidya
दूध बन जाता है पानी
दूध बन जाता है पानी
कवि दीपक बवेजा
मुस्कुराओ तो सही
मुस्कुराओ तो सही
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि ’
दुनिया सारी मेरी माँ है
दुनिया सारी मेरी माँ है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जहां तक तुम सोच सकते हो
जहां तक तुम सोच सकते हो
Ankita Patel
ग़ज़ल संग्रह 'तसव्वुर'
ग़ज़ल संग्रह 'तसव्वुर'
Anis Shah
मुझ पर तुम्हारे इश्क का साया नहीं होता।
मुझ पर तुम्हारे इश्क का साया नहीं होता।
सत्य कुमार प्रेमी
तुम मेरी किताबो की तरह हो,
तुम मेरी किताबो की तरह हो,
Vishal babu (vishu)
*आते हैं कुछ जेल से, जाते हैं कुछ जेल (कुंडलिया)*
*आते हैं कुछ जेल से, जाते हैं कुछ जेल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
भगवन नाम
भगवन नाम
लक्ष्मी सिंह
माया मोह के दलदल से
माया मोह के दलदल से
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कुंडलिनी छंद
कुंडलिनी छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जब मित्र बने हो यहाँ तो सब लोगों से खुलके जुड़ना सीख लो
जब मित्र बने हो यहाँ तो सब लोगों से खुलके जुड़ना सीख लो
DrLakshman Jha Parimal
*रंग पंचमी*
*रंग पंचमी*
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
दोहा
दोहा
प्रीतम श्रावस्तवी
"थामता है मिरी उंगली मेरा माज़ी जब भी।
*Author प्रणय प्रभात*
पत्ते बिखरे, टूटी डाली
पत्ते बिखरे, टूटी डाली
Arvind trivedi
ऐसे दर्शन सदा मिले
ऐसे दर्शन सदा मिले
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
भले हमें ना पड़े सुनाई
भले हमें ना पड़े सुनाई
Ranjana Verma
💐प्रेम कौतुक-475💐
💐प्रेम कौतुक-475💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ऋतु बसन्त आने पर
ऋतु बसन्त आने पर
gurudeenverma198
"मोमबत्ती"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...