Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Oct 2016 · 1 min read

तकिया भिगोने से क्या फायदा

अब ग़मो को ढोने से भी क्या फायदा
अब तकिया भिगोने से भी क्या फायदा
*****************************
जब तो दिल दुखाता रहा हर किसी का
अब तन्हाई में रोने से भी क्या फायदा
******************************
कपिल कुमार
03/10/2016

Language: Hindi
239 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
भारत
भारत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
एक मुर्गी की दर्द भरी दास्तां
एक मुर्गी की दर्द भरी दास्तां
ओनिका सेतिया 'अनु '
युवा संवाद
युवा संवाद
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
"संविधान"
Slok maurya "umang"
दिला दअ हो अजदिया
दिला दअ हो अजदिया
Shekhar Chandra Mitra
दर्द भरा गीत यहाँ गाया जा सकता है Vinit Singh Shayar
दर्द भरा गीत यहाँ गाया जा सकता है Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
कभी तो तुम मिलने आया करो
कभी तो तुम मिलने आया करो
Ram Krishan Rastogi
मगरूर क्यों हैं
मगरूर क्यों हैं
Mamta Rani
मातृ रूप
मातृ रूप
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
लाइलाज़
लाइलाज़
Seema 'Tu hai na'
काश अभी बच्चा होता
काश अभी बच्चा होता
साहिल
अपने और पराए
अपने और पराए
Sushil chauhan
वक्त बनाये, वक्त ही,  फोड़े है,  तकदीर
वक्त बनाये, वक्त ही, फोड़े है, तकदीर
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कुछ लिखा हू तुम्हारी यादो में
कुछ लिखा हू तुम्हारी यादो में
देवराज यादव
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
#सामयिक_आलेख
#सामयिक_आलेख
*Author प्रणय प्रभात*
तिरंगा लगाना तो सीखो
तिरंगा लगाना तो सीखो
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
स्पर्श करें निजजन्म की मांटी
स्पर्श करें निजजन्म की मांटी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
* तेरी चाहत बन जाऊंगा *
* तेरी चाहत बन जाऊंगा *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
डरने लगता हूँ...
डरने लगता हूँ...
Aadarsh Dubey
दो जिस्म एक जान
दो जिस्म एक जान
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
अफ़सोस न करो
अफ़सोस न करो
Dr fauzia Naseem shad
Tum har  wakt hua krte the kbhi,
Tum har wakt hua krte the kbhi,
Sakshi Tripathi
"बेहतर"
Dr. Kishan tandon kranti
छोड़ने वाले तो एक क्षण में छोड़ जाते हैं।
छोड़ने वाले तो एक क्षण में छोड़ जाते हैं।
लक्ष्मी सिंह
प्रेम ईश्वर प्रेम अल्लाह
प्रेम ईश्वर प्रेम अल्लाह
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
प्रेम
प्रेम
Sanjay ' शून्य'
समर कैम्प (बाल कविता )
समर कैम्प (बाल कविता )
Ravi Prakash
जीवन का मकसद क्या है?
जीवन का मकसद क्या है?
Buddha Prakash
सच तो रोशनी का आना हैं
सच तो रोशनी का आना हैं
Neeraj Agarwal
Loading...