Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Nov 2022 · 1 min read

डूबे हैं सर से पांव तक

डूबे हैं सर से पांव तक,ता उम्र भ़ष्टाचार में
लगा रहे हैं दांव पर, इज्जत को शिष्टाचार में
मामले संगीन कई,इन पर विचाराधीन हैं
शर्म भी शरमा जाए,नि: बस्त्र और रंगीन हैं
अपराध ही है कर्म इनका,न कोई धर्म या कि दीन है
शर्म भी शरमा जाए,नि: बस्त्र और रंगीन हैं
झूठ कपट कुटिल भूषण, और हृदय से हीन हैं
चुन लिए हमने देश में,जो हर तरफ से हीन हैं

Language: Hindi
2 Likes · 143 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी

You may also like:
*अष्टभुजाधारी हमें, दो माता उपहार (कुंडलिया)*
*अष्टभुजाधारी हमें, दो माता उपहार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*मन न जाने कहां कहां भटकते रहता है स्थिर नहीं रहता है।चंचल च
*मन न जाने कहां कहां भटकते रहता है स्थिर नहीं रहता है।चंचल च
Shashi kala vyas
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
"हर दिन कुछ नया सीखें ,
Mukul Koushik
एक नारी की पीड़ा
एक नारी की पीड़ा
Ram Krishan Rastogi
💐प्रेम कौतुक-262💐
💐प्रेम कौतुक-262💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Gazal
Gazal
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मौत के लिए किसी खंज़र की जरूरत नहीं,
मौत के लिए किसी खंज़र की जरूरत नहीं,
लक्ष्मी सिंह
11कथा राम भगवान की, सुनो लगाकर ध्यान
11कथा राम भगवान की, सुनो लगाकर ध्यान
Dr Archana Gupta
■ गीत (दर्शन)
■ गीत (दर्शन)
*Author प्रणय प्रभात*
तस्वीर जो हमें इंसानियत का पाठ पढ़ा जाती है।
तस्वीर जो हमें इंसानियत का पाठ पढ़ा जाती है।
Abdul Raqueeb Nomani
और प्रतीक्षा सही न जाये
और प्रतीक्षा सही न जाये
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
लिप्सा
लिप्सा
Shyam Sundar Subramanian
रामचरित पे संशय (मुक्तक)
रामचरित पे संशय (मुक्तक)
पंकज कुमार कर्ण
हे कृतघ्न मानव!
हे कृतघ्न मानव!
Vishnu Prasad 'panchotiya'
नियत समय संचालित होते...
नियत समय संचालित होते...
डॉ.सीमा अग्रवाल
शिव दोहा एकादशी
शिव दोहा एकादशी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दोहे- दास
दोहे- दास
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Ek din ap ke pas har ek
Ek din ap ke pas har ek
Vandana maurya
ऑनलाइन पढ़ाई
ऑनलाइन पढ़ाई
Rajni kapoor
जिसप्रकार
जिसप्रकार
Rashmi Mishra
साहित्य का पोस्टमार्टम
साहित्य का पोस्टमार्टम
Shekhar Chandra Mitra
भूखे भेड़िये हैं वो,
भूखे भेड़िये हैं वो,
Maroof aalam
जहरीले धूप में (कविता )
जहरीले धूप में (कविता )
gpoddarmkg
हर बार मेरी ही किस्मत क्यो धोखा दे जाती हैं,
हर बार मेरी ही किस्मत क्यो धोखा दे जाती हैं,
Vishal babu (vishu)
मैं उसी पल मर जाऊंगा
मैं उसी पल मर जाऊंगा
श्याम सिंह बिष्ट
मेहनत
मेहनत
Anoop Kumar Mayank
हों कामयाबियों के किस्से कहाँ फिर...
हों कामयाबियों के किस्से कहाँ फिर...
सिद्धार्थ गोरखपुरी
दो दोस्तों में दुश्मनी - Neel Padam
दो दोस्तों में दुश्मनी - Neel Padam
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
चेहरे का यह सबसे सुन्दर  लिबास  है
चेहरे का यह सबसे सुन्दर लिबास है
Anil Mishra Prahari
Loading...