Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Aug 2022 · 1 min read

डर

डर नहीं लगता है जग के छूट जाने का
डर लगा रहता है दिल के रूठ जाने का

– मोहन

2 Likes · 102 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
52 बुद्धों का दिल
52 बुद्धों का दिल
Mr. Rajesh Lathwal Chirana
"मुशाफिर हूं "
Pushpraj Anant
भोला-भाला गुड्डा
भोला-भाला गुड्डा
Kanchan Khanna
जिनके होंठों पर हमेशा मुस्कान रहे।
जिनके होंठों पर हमेशा मुस्कान रहे।
Phool gufran
💐अज्ञात के प्रति-140💐
💐अज्ञात के प्रति-140💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
25-बढ़ रही है रोज़ महँगाई किसे आवाज़ दूँ
25-बढ़ रही है रोज़ महँगाई किसे आवाज़ दूँ
Ajay Kumar Vimal
आ अब लौट चले
आ अब लौट चले
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
वह माँ नही हो सकती
वह माँ नही हो सकती
Anamika Singh
*बच्चे (कुंडलिया)*
*बच्चे (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Writing Challenge- इंद्रधनुष (Rainbow)
Writing Challenge- इंद्रधनुष (Rainbow)
Sahityapedia
गम को भुलाया जाए
गम को भुलाया जाए
Dr. Sunita Singh
बकरी
बकरी
ganjal juganoo
भूख-प्यास कहती मुझे,
भूख-प्यास कहती मुझे,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
एक प्रश्न
एक प्रश्न
komalagrawal750
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
👉 सृष्टि में आकाश और अभिव्यक्ति में काश का विस्तार अनंत है।
👉 सृष्टि में आकाश और अभिव्यक्ति में काश का विस्तार अनंत है।
*Author प्रणय प्रभात*
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet Kumar Shukla
कभी कभी खुद को खो देते हैं,
कभी कभी खुद को खो देते हैं,
Ashwini sharma
"हम ना होंगें"
Lohit Tamta
साथ समय के चलना सीखो...
साथ समय के चलना सीखो...
डॉ.सीमा अग्रवाल
इश्क़ का दस्तूर
इश्क़ का दस्तूर
VINOD KUMAR CHAUHAN
प्यार भरे गीत
प्यार भरे गीत
Dr.sima
जिस समाज में आप पैदा हुए उस समाज ने आपको कितनी स्वंत्रता दी
जिस समाज में आप पैदा हुए उस समाज ने आपको कितनी स्वंत्रता दी
Utkarsh Dubey “Kokil”
✍️आप क्यूँ लिखते है ?✍️
✍️आप क्यूँ लिखते है ?✍️
'अशांत' शेखर
किसी से दोस्ती ठोक–बजा कर किया करो, नहीं तो, यह बालू की भीत साबित
किसी से दोस्ती ठोक–बजा कर किया करो, नहीं तो, यह बालू की भीत साबित
Dr MusafiR BaithA
एकजुट हो प्रयास करें विशेष
एकजुट हो प्रयास करें विशेष
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कौन सोचता है
कौन सोचता है
Surinder blackpen
लावा
लावा
Shekhar Chandra Mitra
दर्द
दर्द
Buddha Prakash
Loading...