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28 Oct 2022 · 1 min read

*टूटते संबंध को भी जोड़ लेने की कला (हिंदी गजल/गीतिका)*

*टूटते संबंध को भी जोड़ लेने की कला (हिंदी गजल/गीतिका)*
_________________________________
(1)
टूटते संबंध को भी, जोड़ लेने की कला
जानते जो लोग थे, वह लोग हैं अब कब भला
(2)
तोड़कर संबंध पति-पत्नी अलग तो हो गए
हाथ दोनों ने बहुत ही, बाद में लेकिन मला
(3)
सीख लेगा हर मुसीबत से जगत की जूझना
आदमी प्रतिकूलता में, बालपन से जो पला
(4)
बम-चटाई राकिटों से तो झुलसना आम है
फुलझड़ी से हाथ का जलना बहुत सचमुच खला
(5)
अंत में दो वृद्ध घर में फिर अकेले रह गए
नौकरी जिस दिन मिली,घर छोड़कर बच्चा चला
_________________________
संबंध = रिश्ता
हाथ मला = हाथ मलना एक कहावत है, जिसका अर्थ पश्चाताप करना है
बम-चटाई = पटाखे वाली आतिशबाजी
____________________________
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर ‍‌(उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

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