Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Aug 2021 · 1 min read

ज्ञानदीप

तम की क्या औकात है प्यारे,
अब उसको बतलाना है।
ज्ञानदीप बनकर हर जीवन,
अंधेर धरा से मिटाना है।

माना है बरसात का मौसम,
भर गए गड्ढे गंदे पानी,
अब ज्ञानदीप की बौछारों से,
है साफ करनी मैल पुरानी।

भरी जहाँ है नफरत दिल में,
वहाँ है प्यार का पाठ पढ़ाना।
वैमनस्यता के छाया ऊपर,
अब है ज्ञान का दीप जलाना।

बिछड़ रहे जो साथी हमसे,
उनमें आयी जो धैर्य कमी।
ज्ञानदीप की पौ दिखलाकर,
है धूल हटाना आशा पर जमीं

मानव आज गर खतरे में है,
तो कल भविष्य उज्ज्वल होगा,
लौ चमके बस ज्ञानदीप की,
उजाला जरूर कल होगा।

★★★★★★★★★★★
अशोक शर्मा, कुशीनगर,उ.प्र.
★★★★★★★★★★★

Language: Hindi
Tag: कविता
3 Likes · 3 Comments · 501 Views
You may also like:
लगा ले कोई भी रंग हमसें छुपने को
लगा ले कोई भी रंग हमसें छुपने को
Sonu sugandh
ये छुटपुट कोहरा छिपा नही सकता आफ़ताब को
ये छुटपुट कोहरा छिपा नही सकता आफ़ताब को
'अशांत' शेखर
वक्त के साथ सब कुछ बदल जाता है...
वक्त के साथ सब कुछ बदल जाता है...
Ram Babu Mandal
सुप्रभातं
सुप्रभातं
Dr Archana Gupta
सफ़र
सफ़र
Er.Navaneet R Shandily
हिन्द का बेटा हूँ
हिन्द का बेटा हूँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कब तक में छुपाऊंगा तूफान मोहब्बत का
कब तक में छुपाऊंगा तूफान मोहब्बत का
Irshad Aatif
कितना मुझे रुलाओगे ! बस करो
कितना मुझे रुलाओगे ! बस करो
D.k Math { ਧਨੇਸ਼ }
"मेरे पिता"
vikkychandel90 विक्की चंदेल (साहिब)
Savarnon ke liye Ambedkar bhasmasur.
Savarnon ke liye Ambedkar bhasmasur.
Dr.sima
मेरी ख़्वाहिश वफ़ा सुन ले,
मेरी ख़्वाहिश वफ़ा सुन ले,
अनिल अहिरवार
💐क: अपि जन्म: ....💐
💐क: अपि जन्म: ....💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
" एक हद के बाद"
rubichetanshukla रुबी चेतन शुक्ला
स्त्री और नदी का स्वच्छन्द विचरण घातक और विनाशकारी
स्त्री और नदी का स्वच्छन्द विचरण घातक और विनाशकारी
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
वो मुझे
वो मुझे
Dr fauzia Naseem shad
* मोरे कान्हा *
* मोरे कान्हा *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दुल्हन
दुल्हन
Kavita Chouhan
होली है!
होली है!
Dr. Shailendra Kumar Gupta
जिंदगी और उलझनें, सॅंग सॅंग चलेंगी दोस्तों।
जिंदगी और उलझनें, सॅंग सॅंग चलेंगी दोस्तों।
सत्य कुमार प्रेमी
हमारे भीतर का बच्चा
हमारे भीतर का बच्चा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
ये संगम दिलों का इबादत हो जैसे
ये संगम दिलों का इबादत हो जैसे
VINOD KUMAR CHAUHAN
🙏महागौरी🙏
🙏महागौरी🙏
पंकज कुमार कर्ण
*करिश्मा है ये कुदरत का, हमें मौसम बताता है (मुक्तक)*
*करिश्मा है ये कुदरत का, हमें मौसम बताता है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
आरंभ
आरंभ
Saraswati Bajpai
■ आज का चिंतन...
■ आज का चिंतन...
*Author प्रणय प्रभात*
देवदासी प्रथा
देवदासी प्रथा
Shekhar Chandra Mitra
कविता-शिश्कियाँ बेचैनियां अब सही जाती नहीं
कविता-शिश्कियाँ बेचैनियां अब सही जाती नहीं
Shyam Pandey
इश्क़ का पिंजरा ( ग़ज़ल )
इश्क़ का पिंजरा ( ग़ज़ल )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
ये कैसी तडपन है, ये कैसी प्यास है
ये कैसी तडपन है, ये कैसी प्यास है
Ram Krishan Rastogi
सोशल मीडिया
सोशल मीडिया
Surinder blackpen
Loading...