Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Sep 2021 · 1 min read

जो रे क्षुद्राहा सभ

जो रे क्षुद्राहा सभ
तूँ की बजबै आब?
यथार्थ देखितउह चुप,
किएक तोहर बकार हरण भेल छौ?

मिथिलाक नाम पर फुंसियाहिक अनघोल
यथार्थ काज एक्को पाई ने भेल?
मुदा मैथिलीक नाम पर षड़यंत्र कय्
किएक तूँ, लोक के ठकैत रहबिहि?

कहबैका कहेबा लेल आब कतेक दिन?
मिथिला समाज के ठकबिहि,
तोहर अपने स्वार्थ बड्ड बेसी छौ ,
समाजक लोक सँ तोरा की रे क्षुद्राहा ?

जातिवादी क मिथिला समाज के झरकौलहि
सामाजिक विकास के सुड्डाह क देलही?
आब यथार्थक आगि मे तहू झरकमे
कहिया तक बाँचल फिरमे रे क्षुद्राहा?

कविवर- किशन कारीगर
( नोट – कॉपीराईट अधिनियम के तहत© )

Language: Maithili
1 Like · 381 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan Karigar
View all
You may also like:
बचपन जी लेने दो
बचपन जी लेने दो
Dr.Pratibha Prakash
समय
समय
Dr. Pradeep Kumar Sharma
I thought you're twist to what I knew about people of modern
I thought you're twist to what I knew about people of modern
Chaahat
तकलीफ ना होगी मरने मे
तकलीफ ना होगी मरने मे
Anil chobisa
जब लोग उन्हें मार नहीं पाते हैं
जब लोग उन्हें मार नहीं पाते हैं
Sonam Puneet Dubey
तेरे दरबार आया हूँ
तेरे दरबार आया हूँ
Basant Bhagawan Roy
बेटियां
बेटियां
Surinder blackpen
“दूल्हे की परीक्षा – मिथिला दर्शन” (संस्मरण -1974)
“दूल्हे की परीक्षा – मिथिला दर्शन” (संस्मरण -1974)
DrLakshman Jha Parimal
भोर होने से पहले .....
भोर होने से पहले .....
sushil sarna
जिसने हर दर्द में मुस्कुराना सीख लिया उस ने जिंदगी को जीना स
जिसने हर दर्द में मुस्कुराना सीख लिया उस ने जिंदगी को जीना स
Swati
17. बेखबर
17. बेखबर
Rajeev Dutta
4249.💐 *पूर्णिका* 💐
4249.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
आवारापन एक अमरबेल जैसा जब धीरे धीरे परिवार, समाज और देश रूपी
आवारापन एक अमरबेल जैसा जब धीरे धीरे परिवार, समाज और देश रूपी
Sanjay ' शून्य'
अग्नि परीक्षा सहने की एक सीमा थी
अग्नि परीक्षा सहने की एक सीमा थी
Shweta Soni
ना मसले अदा के होते हैं
ना मसले अदा के होते हैं
Phool gufran
हमारी प्यारी मां
हमारी प्यारी मां
Shriyansh Gupta
ये साल भी इतना FAST गुजरा की
ये साल भी इतना FAST गुजरा की
Ranjeet kumar patre
*सुकुं का झरना*... ( 19 of 25 )
*सुकुं का झरना*... ( 19 of 25 )
Kshma Urmila
*शिक्षक*
*शिक्षक*
Dushyant Kumar
" विवेक "
Dr. Kishan tandon kranti
वो तो हंसने हंसाने की सारी हदें पार कर जाता है,
वो तो हंसने हंसाने की सारी हदें पार कर जाता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*सात जन्म के लिए तुम्हारा, मिला साथ आभार (गीत)*
*सात जन्म के लिए तुम्हारा, मिला साथ आभार (गीत)*
Ravi Prakash
🙅याद रहे🙅
🙅याद रहे🙅
*प्रणय प्रभात*
कहा जाता है
कहा जाता है
हिमांशु Kulshrestha
कठपुतली ( #नेपाली_कविता)
कठपुतली ( #नेपाली_कविता)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
"एक सुबह मेघालय की"
अमित मिश्र
23)”बसंत पंचमी दिवस”
23)”बसंत पंचमी दिवस”
Sapna Arora
तेवरी इसलिए तेवरी है [आलेख ] +रमेशराज
तेवरी इसलिए तेवरी है [आलेख ] +रमेशराज
कवि रमेशराज
गंगा की जलधार
गंगा की जलधार
surenderpal vaidya
क्यू ना वो खुदकी सुने?
क्यू ना वो खुदकी सुने?
Kanchan Alok Malu
Loading...