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22 Feb 2023 · 1 min read

जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं ।

जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं ।
प्रखर वही हैं जिनके पुरखे कल रहें हैं ।
बदस्तूर जारी है सियासत रहनुमाई की।
सवाल यह नहीं है वह क्या तल रहें हैं।।

-सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर ‘

1 Like · 88 Views
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