जो भी मिलता है दिलजार करता है

जो भी मिलता है दिलजार करता है
यहां हर कोई अधूरा प्यार करता है
पंछीयौ के उड़ने से क्या दुश्मनी है ,
यहां हर कोई पंखों पर वार करता है
✍️कवि दीपक सरल
जो भी मिलता है दिलजार करता है
यहां हर कोई अधूरा प्यार करता है
पंछीयौ के उड़ने से क्या दुश्मनी है ,
यहां हर कोई पंखों पर वार करता है
✍️कवि दीपक सरल