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9 Nov 2016 · 1 min read

[[ जो डूबा इश्क़ के दरिया में वो दिलबर नही लौटा ]]

#मुक्तक

जो डूबा इश्क़ के दरिया में वो दिलबर नही लौटा
गया जो डूब इसमें यार ,वो अक़्सर नही लौटा

बिताये साथ जो लम्हें मुहब्बत में सनम हमने
सुहाने उन पलों का फिर कभी लश्कर नही लौटा

#नितिन_शर्मा

Language: Hindi
176 Views
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