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31 Mar 2024 · 1 min read

“जुबांँ की बातें “

“जुबांँ की बातें ”
दिल की बातें जुबांँ पे आने दीजिए।
यहांँ लोग दिल की बातें कम ,
जुबांँ की बातें jad समझते है ।
…….✍️ योगेन्द्र चतुर्वेदी

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