ख़त आया तो यूँ लगता था,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
💐प्रेम कौतुक-447💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मां का प्यार पाने प्रभु धरा पर आते है♥️
गजल क्या लिखूँ कोई तराना नहीं है
बाल शिक्षा कविता पाठ / POET : वीरचन्द्र दास बहलोलपुरी
मेरी किस्मत को वो अच्छा मानता है
हरि लापता है, ख़ुदा लापता है
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)