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14 Nov 2023 · 1 min read

जीवन की

जीवन की दुर्दशा
अकर्मण्यता की देन है
परिश्रम की रोटी खाना
ईश्वर की देन हैं ।
निर्णय तुम्हारे हाथ है,
क्या तुमको चाहिए
भाग्यहीनता तो केवल
कर्मो की देन है ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
5 Likes · 241 Views
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