Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Feb 2022 · 1 min read

जीवन की कुछ सच्चाईयां

जीवन की कुछ सच्चाईयां
********************
अहम की अकड़,ज्यादा चल नही सकती,
मौत की घड़ी,कभी भी टल नही सकती।
लूट कर दौलत,भले ही तुम जमा कर लो,
पाप की कमाई,कभी भी फल नहीं सकती।।

रस्सी के बल,कभी जल नही सकते,
झूठ के पांव,कभी चल नही सकते।
तुम कितने ही महल मकान चिनवा लो,
वे तेरे साथ,कभी भी चल नही सकते।।

सच को कभी भी झुठलाया नही जा सकता,
सच को कभी झूठ बनाया नही जा सकता।
भले ही झूठ कुछ वक्त के लिए सच दिखाई दे,
पर सच को कभी भी छिपाया नहीं जा सकता।।

पूत के पांव पालने में दिखाई दे जाते है,
जो अपने होते है सब दिखाई दे जाते है।
अपनो और बिरानों को परखो कैसे तुम,
ये मुसीबत के समय में दिखाई दे जाते है।।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
4 Likes · 5 Comments · 289 Views

Books from Ram Krishan Rastogi

You may also like:
*बुरी बला मोटापा (बाल कविता)*
*बुरी बला मोटापा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
एकलव्य
एकलव्य
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
टूटता तारा
टूटता तारा
Ashish Kumar
महर्षि बाल्मीकि
महर्षि बाल्मीकि
Ashutosh Singh
నమో సూర్య దేవా
నమో సూర్య దేవా
विजय कुमार 'विजय'
कारवां गुजर गया फ़िज़ाओं का,
कारवां गुजर गया फ़िज़ाओं का,
Satish Srijan
■ जीवन सार...
■ जीवन सार...
*Author प्रणय प्रभात*
प्रेम
प्रेम
Ranjana Verma
पितृ वंदना
पितृ वंदना
संजीव शुक्ल 'सचिन'
तेरे होकर भी।
तेरे होकर भी।
Taj Mohammad
"वो पीला बल्ब"
Dr Meenu Poonia
गुरु कृपा
गुरु कृपा
Buddha Prakash
“ एक अमर्यादित शब्द के बोलने से महानायक खलनायक बन जाते हैं ”
“ एक अमर्यादित शब्द के बोलने से महानायक खलनायक बन...
DrLakshman Jha Parimal
वक्त
वक्त
Annu Gurjar
हिंदी का गुणगान
हिंदी का गुणगान
जगदीश लववंशी
मुसलसल ठोकरो से मेरा रास्ता नहीं बदला
मुसलसल ठोकरो से मेरा रास्ता नहीं बदला
कवि दीपक बवेजा
💐अज्ञात के प्रति-92💐
💐अज्ञात के प्रति-92💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दोस्ती के धरा पर संग्राम ना होगा
दोस्ती के धरा पर संग्राम ना होगा
Er.Navaneet R Shandily
मैं रावण हूँ.....
मैं रावण हूँ.....
कुंदन सिंह बिहारी
जिल्लेइलाही की सवारी
जिल्लेइलाही की सवारी
Shekhar Chandra Mitra
कांटों में जो फूल.....
कांटों में जो फूल.....
Vijay kumar Pandey
मन तेरा भी करता होगा
मन तेरा भी करता होगा
Ram Krishan Rastogi
जीत के साथ
जीत के साथ
Dr fauzia Naseem shad
आदमी को आदमी से
आदमी को आदमी से
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
मोहि मन भावै, स्नेह की बोली,
मोहि मन भावै, स्नेह की बोली,
राकेश चौरसिया
आँखों में ख्व़ाब होना , होता बुरा नहीं।।
आँखों में ख्व़ाब होना , होता बुरा नहीं।।
Godambari Negi
सुन ओ बारिश कुछ तो रहम कर
सुन ओ बारिश कुछ तो रहम कर
Surya Barman
मेरी आँख वहाँ रोती है
मेरी आँख वहाँ रोती है
Ashok deep
पढ़ते कहां किताब का
पढ़ते कहां किताब का
RAMESH SHARMA
जो बातें अंदर दबी हुई रह जाती हैं
जो बातें अंदर दबी हुई रह जाती हैं
श्याम सिंह बिष्ट
Loading...