Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#8 Trending Author
Dr. Kishan tandon kranti
279 Followers
Follow
Report this post
21 Aug 2024 · 1 min read
” जीत के लिए “
” जीत के लिए ”
जब हार की सूरत नज़र आई,
जीत के लिए प्रयास हो तुम।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
3 Likes
·
4 Comments
· 39 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
पूनम का चाँद (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तस्वीर बदल रही है (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
नवा रद्दा (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
तइहा ल बइहा लेगे (कविता-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
परछाई के रंग (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सबक (लघुकथा-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
सौदा (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
जमीं के सितारे (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
बेहतर दुनिया के लिए (काव्य-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
मेला (कहानी-संग्रह)
Kishan Tandon Kranti
You may also like:
*अंग्रेजी राज में सुल्ताना डाकू की भूमिका*
Ravi Prakash
मैं अपनी आँख का ऐसा कोई एक ख्वाब हो जाऊँ
Shweta Soni
मेरी औकात
साहित्य गौरव
सवेदना
Harminder Kaur
4576.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हो कहीं न कहीं ग़लत रहा है,
Ajit Kumar "Karn"
मॉं जय जयकार तुम्हारी
श्रीकृष्ण शुक्ल
ଅହଙ୍କାର
Bidyadhar Mantry
हमारा जन्मदिवस - राधे-राधे
Seema gupta,Alwar
यह शोर, यह घनघोर नाद ना रुकेगा,
Kalamkash
छल ......
sushil sarna
वैसे तो चाय पीने का मुझे कोई शौक नहीं
Sonam Puneet Dubey
*सिवा तेरे सुनो हम-दम हमारा भी नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वर्णिक छंद में तेवरी
कवि रमेशराज
यह जीवन
surenderpal vaidya
निर्मल निर्मला
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मन मयूर
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
#ज़मीनी_सच
*प्रणय*
सज गई अयोध्या
Kumud Srivastava
साँवलें रंग में सादगी समेटे,
ओसमणी साहू 'ओश'
Kabhi kabhi paristhiti ya aur halat
Mamta Rani
तन्हाई में अपनी परछाई से भी डर लगता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"धैर्य"
Dr. Kishan tandon kranti
तू जब भी साथ होती है तो मेरा ध्यान लगता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
यह मत
Santosh Shrivastava
घट -घट में बसे राम
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
हिन्दु नववर्ष
भरत कुमार सोलंकी
जीवन की आपाधापी में, न जाने सब क्यों छूटता जा रहा है।
Gunjan Tiwari
बेसहारा दिल
Dr. Rajeev Jain
अपनी सत्तर बरस की मां को देखकर,
Rituraj shivem verma
Loading...