Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Oct 2016 · 1 min read

जीतने का जूनून

आसमां क्या चीज़ है
वक्त को भी झुकना पड़ेगा
अभी तक खुद बदल रहे थे
आज तकदीर को बदलना पड़ेगा
अधूरी कहानी छोड़ने की
आदत नहीं है मुझे
दिल पर बोझ झेलने की
चाहत नहीं है मुझे
किसी की ख़ुशी क लिए
मंज़िल बदलते रहे है हम
कुछ कदम ही दूर थे मंज़िल से
पर रास्ता भटकते रहे है हम
मिलना नहीं था कुछ
उन राहों पर चल रहे थे हम
खुद के सपने भी
औरो की आँखों से बुन रहे थे हम
आज फिर दिल कुछ हैरान सा है
मेरी बेवकूफियों से परेशान सा है
शायद इस दिल को सुकून चाहिए
आज फिर इसे जीतने का जूनून चाहिए
– सोनिका मिश्रा

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 747 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
You may also like:
ज्ञान~
ज्ञान~
दिनेश एल० "जैहिंद"
बेटियाँ
बेटियाँ
Neha
दृढ़ निश्चय
दृढ़ निश्चय
RAKESH RAKESH
विभीषण का दुःख
विभीषण का दुःख
Dr MusafiR BaithA
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
सेंगोल की जुबानी आपबिती कहानी ?🌅🇮🇳🕊️💙
सेंगोल की जुबानी आपबिती कहानी ?🌅🇮🇳🕊️💙
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Kash hum marj ki dava ban sakte,
Kash hum marj ki dava ban sakte,
Sakshi Tripathi
ज़िंदगी क्या है ?
ज़िंदगी क्या है ?
Dr fauzia Naseem shad
*ईर्ष्या भरम *
*ईर्ष्या भरम *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चुका न पाएगा कभी,
चुका न पाएगा कभी,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
भाव
भाव
Sanjay ' शून्य'
✍️कुछ राज थे✍️
✍️कुछ राज थे✍️
'अशांत' शेखर
सबको जीवन में खुशियां लुटाते रहे।
सबको जीवन में खुशियां लुटाते रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
*जब से मुझे पता चला है कि*
*जब से मुझे पता चला है कि*
Manoj Kushwaha PS
यह जनता है ,सब जानती है
यह जनता है ,सब जानती है
Bodhisatva kastooriya
✍️कलम ही काफी है ✍️
✍️कलम ही काफी है ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
अब मैं
अब मैं
gurudeenverma198
******आधे - अधूरे ख्वाब*****
******आधे - अधूरे ख्वाब*****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चलो मतदान कर आएँ, निभाएँ फर्ज हम अपना।
चलो मतदान कर आएँ, निभाएँ फर्ज हम अपना।
डॉ.सीमा अग्रवाल
चश्में चरागा कर दिया।
चश्में चरागा कर दिया।
Taj Mohammad
तू फ़रिश्ता है अगर तो
तू फ़रिश्ता है अगर तो
*Author प्रणय प्रभात*
Next
Next
Rajan Sharma
आया नववर्ष
आया नववर्ष
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
2617.पूर्णिका
2617.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Phool gufran
आसमान से ऊपर और जमीं के नीचे
आसमान से ऊपर और जमीं के नीचे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अंत ना अनंत हैं
अंत ना अनंत हैं
TARAN SINGH VERMA
मनोहन
मनोहन
Seema gupta,Alwar
*कश्मीर हमारा है (मुक्तक)*
*कश्मीर हमारा है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
गाथा हिन्दी की
गाथा हिन्दी की
तरुण सिंह पवार
Loading...