Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Mar 2023 · 1 min read

जिन्हें ज़लील हो कर कुछ हासिल करने की चाहत होती है

जिन्हें ज़लील हो कर कुछ हासिल करने की चाहत होती है
वो फिसड्डी नहीं होते, मेरी तरह।।
याद रखना।।

🙅प्रणय प्रभात🙅

1 Like · 41 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
वो तो शहर से आए थे
वो तो शहर से आए थे
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
कि मुझे सबसे बहुत दूर ले जाएगा,
कि मुझे सबसे बहुत दूर ले जाएगा,
Deepesh सहल
पुराने सिक्के
पुराने सिक्के
Satish Srijan
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
एक औरत रेशमी लिबास और गहनों में इतनी सुंदर नहीं दिखती जितनी
एक औरत रेशमी लिबास और गहनों में इतनी सुंदर नहीं दिखती जितनी
Annu Gurjar
🦋 *आज की प्रेरणा🦋
🦋 *आज की प्रेरणा🦋
तरुण सिंह पवार
कह कर गुजर गई उस रास्ते से,
कह कर गुजर गई उस रास्ते से,
Shakil Alam
1...
1...
Kumud Srivastava
🚩वैराग्य
🚩वैराग्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak
गोर चराने का मज़ा, लहसुन चटनी साथ
गोर चराने का मज़ा, लहसुन चटनी साथ
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Aadarsh Dubey
अब की बार पत्थर का बनाना ए खुदा
अब की बार पत्थर का बनाना ए खुदा
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
सरेआम जब कभी मसअलों की बात आई
सरेआम जब कभी मसअलों की बात आई
Maroof aalam
पापा की परी
पापा की परी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दोहे-*
दोहे-*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जिस मुश्किल का यार कोई हल नहीं है
जिस मुश्किल का यार कोई हल नहीं है
कवि दीपक बवेजा
💐प्रेम कौतुक-458💐
💐प्रेम कौतुक-458💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दिल का सौदा
दिल का सौदा
सरिता सिंह
* साधा जिसने जाति को, उसका बेड़ा पार【कुंडलिया】*
* साधा जिसने जाति को, उसका बेड़ा पार【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
ज़िंदगी कब उदास करती है
ज़िंदगी कब उदास करती है
Dr fauzia Naseem shad
भक्त गोरा कुम्हार
भक्त गोरा कुम्हार
Pravesh Shinde
रक्तिम- इतिहास
रक्तिम- इतिहास
शायर देव मेहरानियां
डरे गड़ेंता ऐंड़ाने (बुंदेली गीत)
डरे गड़ेंता ऐंड़ाने (बुंदेली गीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
■ पर्व का संदेश ..
■ पर्व का संदेश ..
*Author प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बेहयाई दुनिया में इस कदर छाई ।
बेहयाई दुनिया में इस कदर छाई ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
मुक्तक।
मुक्तक।
Pankaj sharma Tarun
सरकार से क्या मतलब?
सरकार से क्या मतलब?
Shekhar Chandra Mitra
उसकी बेहिसाब नेमतों का कोई हिसाब नहीं
उसकी बेहिसाब नेमतों का कोई हिसाब नहीं
shabina. Naaz
2319.पूर्णिका
2319.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Loading...