Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jul 2016 · 1 min read

जिन्दगी

लाल हरी गुलाबी सी
गुब्बारे सी छोटी जिदंगी,
डोर सी छूटती जिन्दगी
हरी पीली सी जिन्दगी
आसमां को छूतीजिन्दगी
जन्मदिन सी सुहानी जिन्दगी

लाल पीली नीली सी
गुब्बारे सी सजी जिन्दगी
धडकनों में खोयी जिन्दगी
धुएं में उडती सी जिदंगी,
अपनों को ढूढती जिन्दगी
बच्चों सी प्यारी जिन्दगी

Language: Hindi
71 Likes · 502 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
^^अलविदा ^^
^^अलविदा ^^
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
*मुकम्मल तब्दीलियाँ *
*मुकम्मल तब्दीलियाँ *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जनतंत्र में
जनतंत्र में
gurudeenverma198
बीड़ी की बास
बीड़ी की बास
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मेरे पापा आज तुम लोरी सुना दो
मेरे पापा आज तुम लोरी सुना दो
Satish Srijan
इतना मत चाहो
इतना मत चाहो
सूर्यकांत द्विवेदी
कबीर: एक नाकाम पैगंबर
कबीर: एक नाकाम पैगंबर
Shekhar Chandra Mitra
नजर से मिली नजर....
नजर से मिली नजर....
Harminder Kaur
दूर रहकर तुमसे जिंदगी सजा सी लगती है
दूर रहकर तुमसे जिंदगी सजा सी लगती है
Ram Krishan Rastogi
मेरी फितरत
मेरी फितरत
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
शहद टपकता है जिनके लहजे से
शहद टपकता है जिनके लहजे से
सिद्धार्थ गोरखपुरी
बिसुणी (घर)
बिसुणी (घर)
Radhakishan R. Mundhra
बदलाव 🍁
बदलाव 🍁
Skanda Joshi
हर स्नेह के प्रति, दिल में दुआएं रखना
हर स्नेह के प्रति, दिल में दुआएं रखना
Er.Navaneet R Shandily
तेरा चलना ओए ओए ओए
तेरा चलना ओए ओए ओए
The_dk_poetry
डमरू वीणा बांसुरी, करतल घन्टी शंख
डमरू वीणा बांसुरी, करतल घन्टी शंख
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"वो गुजरा जमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
सांझा चूल्हा4
सांझा चूल्हा4
umesh mehra
माँ महान है
माँ महान है
Dr. Man Mohan Krishna
'ख़त'
'ख़त'
Godambari Negi
जगदम्बा के स्वागत में आँखें बिछायेंगे।
जगदम्बा के स्वागत में आँखें बिछायेंगे।
Manisha Manjari
चारु कात देख दुनियाँ के सोचि रहल छी ठाड़ भेल ,की छल की भऽ गेल
चारु कात देख दुनियाँ के सोचि रहल छी ठाड़ भेल ,की छल की भऽ गेल
DrLakshman Jha Parimal
💐प्रेम कौतुक-503💐
💐प्रेम कौतुक-503💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
Buddha Prakash
हिकायत से लिखी अब तख्तियां अच्छी नहीं लगती
हिकायत से लिखी अब तख्तियां अच्छी नहीं लगती
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*फूलों पर भौंरे दिखे, करते हैं गुंजार* ( कुंडलिया )
*फूलों पर भौंरे दिखे, करते हैं गुंजार* ( कुंडलिया )
Ravi Prakash
विश्व शांति की करें प्रार्थना, ईश्वर का मंगल नाम जपें
विश्व शांति की करें प्रार्थना, ईश्वर का मंगल नाम जपें
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बुद्ध
बुद्ध
Bodhisatva kastooriya
समय के पहिए पर कुछ नए आयाम छोड़ते है,
समय के पहिए पर कुछ नए आयाम छोड़ते है,
manjula chauhan
हमेशा तेरी याद में
हमेशा तेरी याद में
Dr fauzia Naseem shad
Loading...