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18 Nov 2022 · 1 min read

*जिनका साधु-सा व्यवहार होता है (मुक्तक)*

*जिनका साधु-सा व्यवहार होता है (मुक्तक)*
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
सफलता का भले मौकापरस्ती सार होता है
बदलना रंग गिरगिट की तरह आधार होता है
मगर हृदयों के ऊपर राज करते हैं वही मानव
रहित छल-छद्म जिनका साधु-सा व्यवहार होता है
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
रचयिता : रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
53 Views

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