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1 Dec 2022 · 1 min read

जिंदगी यूं ही गुजार दूं।

मैं तेरी बे वफाई को क्या नाम दूं।
तेरे इस इश्क को क्या पहचान दूं।।

अब कहने सुनने से क्या फ़ायदा।
सोचता हूं जिंदगी यूं ही गुजार दूं।।

✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️

Language: Hindi
Tag: शेर
63 Views
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