Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Sep 2024 · 1 min read

*जिंदगी* की रेस में जो लोग *…..*

जिंदगी की रेस में जो लोग …..
आपको दौड़ के
हरा नहीं पाते…
वही लोग आपको तोड़ कर
हराने की .कोशिश….
करते हैं//

विशाल प्रजापति

1 Like · 38 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
लेखनी का सफर
लेखनी का सफर
Sunil Maheshwari
जुगनू का व्यापार।
जुगनू का व्यापार।
Suraj Mehra
मांँ
मांँ
Neelam Sharma
शाकाहारी बने
शाकाहारी बने
Sanjay ' शून्य'
ମୁଁ ତୁମକୁ ଭଲପାଏ
ମୁଁ ତୁମକୁ ଭଲପାଏ
Otteri Selvakumar
* चाहतों में *
* चाहतों में *
surenderpal vaidya
हंसते हुए तेरे चेहरे ये बहुत ही खूबसूरत और अच्छे लगते है।
हंसते हुए तेरे चेहरे ये बहुत ही खूबसूरत और अच्छे लगते है।
Rj Anand Prajapati
D
D
*प्रणय प्रभात*
अरे आज महफिलों का वो दौर कहाँ है
अरे आज महफिलों का वो दौर कहाँ है
VINOD CHAUHAN
"खुद्दारी"
Dr. Kishan tandon kranti
खालीपन - क्या करूँ ?
खालीपन - क्या करूँ ?
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वक़्त आज तेजी से बदल रहा है...
वक़्त आज तेजी से बदल रहा है...
Ajit Kumar "Karn"
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मेरे दो बेटे हैं
मेरे दो बेटे हैं
Santosh Shrivastava
2556.पूर्णिका
2556.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
पति पत्नी में परस्पर हो प्यार और सम्मान,
पति पत्नी में परस्पर हो प्यार और सम्मान,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मुस्कुराना एक कला हैं
मुस्कुराना एक कला हैं
Rituraj shivem verma
मन की परतों में छुपे ,
मन की परतों में छुपे ,
sushil sarna
लोकतन्त्र के हत्यारे अब वोट मांगने आएंगे
लोकतन्त्र के हत्यारे अब वोट मांगने आएंगे
Er.Navaneet R Shandily
*बिखरा सपना  संग संजोया*
*बिखरा सपना संग संजोया*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रोशनी और कुदरत की सोच रखते हैं।
रोशनी और कुदरत की सोच रखते हैं।
Neeraj Agarwal
#मैथिली_हाइकु
#मैथिली_हाइकु
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
मुझे चाहिए एक दिल
मुझे चाहिए एक दिल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मत कहना ...
मत कहना ...
SURYA PRAKASH SHARMA
लहसुन
लहसुन
आकाश महेशपुरी
pita
pita
Dr.Pratibha Prakash
लागे न जियरा अब मोरा इस गाँव में।
लागे न जियरा अब मोरा इस गाँव में।
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
इक ग़ज़ल जैसा गुनगुनाते हैं
इक ग़ज़ल जैसा गुनगुनाते हैं
Shweta Soni
*त्रिशूल (बाल कविता)*
*त्रिशूल (बाल कविता)*
Ravi Prakash
जो जैसे होते हैं
जो जैसे होते हैं
Sonam Puneet Dubey
Loading...