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16 May 2023 · 1 min read

जिंदगी की पहेली

जिंदगी की पहेली ना सुलझा सहेली, आने से जाने तक जी भर कर जी, अपने और गैरों के साथ खुशी गम मीठे शरबत सा पी।

अगर सुलझी यह जिंदगी की पहेली पता चले तू रह गई, अकेली।

क्या ऊपर है यह राज जन्मांतर का हो तेरा मेरा साथ, उलझी रहेगी यह पहेली तो जीने में मजा साथ है सहेली, जब सुलझेगी कि यह पहेली छूटेगा, साथ रह जाएगी अकेली।

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