Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Aug 2021 · 1 min read

जातिवाद से ग्रस्त

क्या पक्ष!
क्या विपक्ष!!
जातिवाद से
सभी ग्रस्त!!
Shekhar Chandra Mitra
#ambedkarvision

Language: Hindi
Tag: कविता
1 Like · 165 Views
You may also like:
Writing Challenge- समय (Time)
Writing Challenge- समय (Time)
Sahityapedia
कहाँ समझते हैं ..........
कहाँ समझते हैं ..........
Aadarsh Dubey
■ कविता / कहता. अगर बोल पाता तो....!
■ कविता / कहता. अगर बोल पाता तो....!
*Author प्रणय प्रभात*
देखिए भी प्यार का अंजाम मेरे शहर में।
देखिए भी प्यार का अंजाम मेरे शहर में।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
💐💐संयमेन शक्ति: उत्पन्नं भवति💐💐
💐💐संयमेन शक्ति: उत्पन्नं भवति💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पहले आप
पहले आप
Shivkumar Bilagrami
बोलने से सब होता है
बोलने से सब होता है
Satish Srijan
एक तरफा प्यार
एक तरफा प्यार
Nishant prakhar
“ GIVE HONOUR TO THEIR FANS AND FOLLOWERS”
“ GIVE HONOUR TO THEIR FANS AND FOLLOWERS”
DrLakshman Jha Parimal
ज़ख्म सिल दो मेरा
ज़ख्म सिल दो मेरा
Surinder blackpen
आरंभ
आरंभ
श्री रमण 'श्रीपद्'
सुप्रभात..
सुप्रभात..
आर.एस. 'प्रीतम'
आंखों के दपर्ण में
आंखों के दपर्ण में
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
बाल कहानी- गणतंत्र दिवस
बाल कहानी- गणतंत्र दिवस
SHAMA PARVEEN
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आई होली झूम के
आई होली झूम के
जगदीश लववंशी
लीकछोड़ ग़ज़ल
लीकछोड़ ग़ज़ल
Dr MusafiR BaithA
आसाध्य वीना का सार
आसाध्य वीना का सार
Utkarsh Dubey “Kokil”
कोई तो कोहरा हटा दे मेरे रास्ते का,
कोई तो कोहरा हटा दे मेरे रास्ते का,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
मुक्तक-
मुक्तक-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
आस का दीपक
आस का दीपक
Rekha Drolia
🌷🧑‍⚖️हिंदी इन माय इंट्रो🧑‍⚖️⚘️
🌷🧑‍⚖️हिंदी इन माय इंट्रो🧑‍⚖️⚘️
Ankit Halke jha
हर खुशी तुम पे
हर खुशी तुम पे
Dr fauzia Naseem shad
अपनापन
अपनापन
shabina. Naaz
गीता के स्वर (2) शरीर और आत्मा
गीता के स्वर (2) शरीर और आत्मा
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
इतनी उदासी और न पक्षियों का घनेरा
इतनी उदासी और न पक्षियों का घनेरा
Charu Mitra
घर फूंकने का साहस
घर फूंकने का साहस
Shekhar Chandra Mitra
कहानी ( एक प्यार ऐसा भी )
कहानी ( एक प्यार ऐसा भी )
श्याम सिंह बिष्ट
*होता कभी बिछोह 【 गीत 】*
*होता कभी बिछोह 【 गीत 】*
Ravi Prakash
यह धरती भी तो
यह धरती भी तो
gurudeenverma198
Loading...