Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Aug 2024 · 1 min read

ज़िन्दगी में न थी

कुछ कशिश तिश्नगी में न थी।
ज़िन्दगी – ज़िन्दगी में न थी।
डाॅ○फ़ौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 45 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
रसों में रस बनारस है !
रसों में रस बनारस है !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
दादी माँ - कहानी
दादी माँ - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जिन्दगी की किताब में
जिन्दगी की किताब में
Mangilal 713
मुफ्त राशन के नाम पर गरीबी छिपा रहे
मुफ्त राशन के नाम पर गरीबी छिपा रहे
VINOD CHAUHAN
!! सुविचार !!
!! सुविचार !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
क्यों हिंदू राष्ट्र
क्यों हिंदू राष्ट्र
Sanjay ' शून्य'
"वो लालबाग मैदान"
Dr. Kishan tandon kranti
अजीज़ सारे देखते रह जाएंगे तमाशाई की तरह
अजीज़ सारे देखते रह जाएंगे तमाशाई की तरह
_सुलेखा.
समय बदलता तो हैं,पर थोड़ी देर से.
समय बदलता तो हैं,पर थोड़ी देर से.
Piyush Goel
"वक्त इतना जल्दी ढल जाता है"
Ajit Kumar "Karn"
*भंडारे की पूड़ियॉं, हलवे का मधु स्वाद (कुंडलिया)*
*भंडारे की पूड़ियॉं, हलवे का मधु स्वाद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हँसकर जीना दस्तूर है ज़िंदगी का;
हँसकर जीना दस्तूर है ज़िंदगी का;
पूर्वार्थ
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
प्रदर्शनकारी पराए हों तो लाठियों की। सर्दी में गर्मी का अहसा
प्रदर्शनकारी पराए हों तो लाठियों की। सर्दी में गर्मी का अहसा
*प्रणय प्रभात*
वो कौन थी जो बारिश में भींग रही थी
वो कौन थी जो बारिश में भींग रही थी
Sonam Puneet Dubey
Aaj kal ke log bhi wafayen kya khoob karte h
Aaj kal ke log bhi wafayen kya khoob karte h
HEBA
जीत से बातचीत
जीत से बातचीत
Sandeep Pande
Hallucination Of This Night
Hallucination Of This Night
Manisha Manjari
जीवन बहुत कठिन है लेकिन तुमको जीना होगा ,
जीवन बहुत कठिन है लेकिन तुमको जीना होगा ,
Manju sagar
यूं ही कोई शायरी में
यूं ही कोई शायरी में
शिव प्रताप लोधी
विषय तरंग
विषय तरंग
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मदर्स डे
मदर्स डे
Satish Srijan
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
हे बुद्ध
हे बुद्ध
Dr.Pratibha Prakash
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
धुंध इतनी की खुद के
धुंध इतनी की खुद के
Atul "Krishn"
गैस कांड की बरसी
गैस कांड की बरसी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आप जीवित इसलिए नही है की आपको एक दिन मरना है बल्कि आपको यह ज
आप जीवित इसलिए नही है की आपको एक दिन मरना है बल्कि आपको यह ज
Rj Anand Prajapati
जिसनै खोया होगा
जिसनै खोया होगा
MSW Sunil SainiCENA
आखिर क्यों तू
आखिर क्यों तू
gurudeenverma198
Loading...