Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Sep 2024 · 1 min read

ज़िंदा होना ही काफी नहीं ,

ज़िंदा होना ही काफी नहीं ,
ज़िंदगी भी हो ज़िंदगी की तरह।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

1 Like · 30 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
आखिरी मोहब्बत
आखिरी मोहब्बत
Shivkumar barman
*टूटे दिल को दवा दीजिए*
*टूटे दिल को दवा दीजिए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कामयाबी के पीछे छिपी पूरी ज़वानी है,
कामयाबी के पीछे छिपी पूरी ज़वानी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शायद खोना अच्छा है,
शायद खोना अच्छा है,
पूर्वार्थ
छलते हैं क्यों आजकल,
छलते हैं क्यों आजकल,
sushil sarna
*इश्क़ से इश्क़*
*इश्क़ से इश्क़*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
"वो अहसास"
Dr. Kishan tandon kranti
एक दोहा दो रूप
एक दोहा दो रूप
Suryakant Dwivedi
सफाई इस तरह कुछ मुझसे दिए जा रहे हो।
सफाई इस तरह कुछ मुझसे दिए जा रहे हो।
Manoj Mahato
तुम्हें पाने के बाद मुझे सिर्फ एक ही चीज से डर लगता है वो है
तुम्हें पाने के बाद मुझे सिर्फ एक ही चीज से डर लगता है वो है
Ranjeet kumar patre
* हिन्दी को ही *
* हिन्दी को ही *
surenderpal vaidya
बदलता साल
बदलता साल
डॉ. शिव लहरी
3583.💐 *पूर्णिका* 💐
3583.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
#हिंदी / #उर्दू
#हिंदी / #उर्दू
*प्रणय प्रभात*
स्वयं की खोज कैसे करें
स्वयं की खोज कैसे करें
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
पानी में हीं चाँद बुला
पानी में हीं चाँद बुला
Shweta Soni
सज गई अयोध्या
सज गई अयोध्या
Kumud Srivastava
क्योंकि वह एक सिर्फ सपना था
क्योंकि वह एक सिर्फ सपना था
gurudeenverma198
ग़ज़ल _नसीब मिल के भी अकसर यहां नहीं मिलता ,
ग़ज़ल _नसीब मिल के भी अकसर यहां नहीं मिलता ,
Neelofar Khan
एक सच
एक सच
Neeraj Agarwal
बने हुए मिल गए कुछ रास्ते सफ़र में
बने हुए मिल गए कुछ रास्ते सफ़र में
Saumyakashi
चांद , क्यों गुमसुम सा बैठा है।
चांद , क्यों गुमसुम सा बैठा है।
Radha Bablu mishra
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
ख्वाबों से परहेज़ है मेरा
ख्वाबों से परहेज़ है मेरा "वास्तविकता रूह को सुकून देती है"
Rahul Singh
हम गलत को गलत नहीं कहते हैं
हम गलत को गलत नहीं कहते हैं
Sonam Puneet Dubey
जीवन का मूल्य
जीवन का मूल्य
Shashi Mahajan
नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं
नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
मेरी सरलता की सीमा कोई नहीं जान पाता
मेरी सरलता की सीमा कोई नहीं जान पाता
Pramila sultan
पेइंग गेस्ट
पेइंग गेस्ट
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आप अपनी नज़र फेर ले ,मुझे गम नहीं ना मलाल है !
आप अपनी नज़र फेर ले ,मुझे गम नहीं ना मलाल है !
DrLakshman Jha Parimal
Loading...