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9 Feb 2022 · 1 min read

ज़िंदगी पा के

जिंदगी पा के तुझको खोया है।
सोच कर दिल भी मेरा रोया है ।।
अहमियत उससे पूछो ख़्वाबों की ।
नींद जो अपनी कभी न सोया है ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
7 Likes · 196 Views
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