Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2023 · 1 min read

ज़िंदगी अगर आसान होती🍀

ज़िंदगी अगर आसान होती,
तो शायद,
खुशियों की कीमत किसी को पता ना होती।
ना चींटी को हर दाने की कदर होती।
ना होता मनुष्य को हार का एहसास ,
ना पता होता ज़िंदगी है कितनी खास।

बिन खोए किसी को ,
कहा पता होता है, किसी का मोल ,
अक्सर नहीं पता रहेता मनुष्य को,
प्रेम रूपी अदृश्य धागे है कितने अनमोल।

बिन आंधी तूफानों के,
बिन वर्षा सेहलाबो के,
यह प्रकृति शुद्ध ना हो पाती,
बिन तराशे पत्थर सुंदर आक्रती कैसे बन पाती??

बिना गिरे नन्हा बालक चलता नहीं ,
बिना पानी में उतरे कोई तैरना सीखता नहीं ,
बिन कठिनाई समझे हल निकलता नहीं ,
ज़िन्दगी अगर आसान होती,
तो मनुष्य शायद ज़िन्दगी से कुछ सीखता नहीं।।

🦋 स्कंदा जोशी

8 Likes · 2 Comments · 185 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नाम है इनका, राजीव तरारा
नाम है इनका, राजीव तरारा
Dushyant Kumar
छठ पर्व
छठ पर्व
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
मरने की इजाज़त
मरने की इजाज़त
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जीवन कभी गति सा,कभी थमा सा...
जीवन कभी गति सा,कभी थमा सा...
Santosh Soni
THANKS
THANKS
Vikas Sharma'Shivaaya'
वर्षा रानी⛈️
वर्षा रानी⛈️
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
मन्नू जी की स्मृति में दोहे (श्रद्धा सुमन)
मन्नू जी की स्मृति में दोहे (श्रद्धा सुमन)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कौन बचेगा इस धरती पर..... (विश्व प्रकृति दिवस, 03 अक्टूबर)
कौन बचेगा इस धरती पर..... (विश्व प्रकृति दिवस, 03 अक्टूबर)
डॉ.सीमा अग्रवाल
*बेचारा पोस्टकार्ड (लघु कथा)*
*बेचारा पोस्टकार्ड (लघु कथा)*
Ravi Prakash
हैं पिता, जिनकी धरा पर, पुत्र वह, धनवान जग में।।
हैं पिता, जिनकी धरा पर, पुत्र वह, धनवान जग में।।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
नारी शक्ति वंदन
नारी शक्ति वंदन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
✍️यंत्रतंत्र के बदलाव✍️
✍️यंत्रतंत्र के बदलाव✍️
'अशांत' शेखर
पिता की अभिलाषा
पिता की अभिलाषा
मनोज कर्ण
हँसी
हँसी
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
''प्रकृति का गुस्सा कोरोना''
''प्रकृति का गुस्सा कोरोना''
Dr Meenu Poonia
इशारो ही इशारो से...😊👌
इशारो ही इशारो से...😊👌
N.ksahu0007@writer
ये आसमां ये दूर तलक सेहरा
ये आसमां ये दूर तलक सेहरा
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
बन गए हम तुम्हारी याद में, कबीर सिंह
बन गए हम तुम्हारी याद में, कबीर सिंह
The_dk_poetry
इल्म
इल्म
Utkarsh Dubey “Kokil”
पिता एक विश्वास - डी के निवातिया
पिता एक विश्वास - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
साहसी बच्चे
साहसी बच्चे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
The jaurney of our life begins inside the depth of our mothe
The jaurney of our life begins inside the depth of our mothe
Sakshi Tripathi
वक्त सा गुजर गया है।
वक्त सा गुजर गया है।
Taj Mohammad
जीवन
जीवन
पीयूष धामी
मेरी राहों में ख़ार
मेरी राहों में ख़ार
Dr fauzia Naseem shad
■ सामयिक सवाल /- दोषी आख़िर कौन...?
■ सामयिक सवाल /- दोषी आख़िर कौन...?
*Author प्रणय प्रभात*
हाई रे मेरी तोंद (हास्य कविता)
हाई रे मेरी तोंद (हास्य कविता)
Dr. Kishan Karigar
'बेटियाॅं! किस दुनिया से आती हैं'
'बेटियाॅं! किस दुनिया से आती हैं'
Rashmi Sanjay
एक युवक की हत्या से फ़्रांस क्रांति में उलझ गया ,
एक युवक की हत्या से फ़्रांस क्रांति में उलझ गया ,
DrLakshman Jha Parimal
परिस्थितियां
परिस्थितियां
दशरथ रांकावत 'शक्ति'
Loading...