Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2023 · 1 min read

जल

जल

जल जीवन जीवन की धारा है
इस धारा को घर घर पहुंचाना है
लक्ष्य हम ने बस यही ठाना है
हर घर जल पहुंचाना है

गांव गांव ओर शहर शहर
हर डगर नगर ओर बस्ती में
पहुंचाने का संकल्प लिया
हर घर जल हर घर नल

कल कल करती बहती नदियां
पवन हिलोरें देती है
चल चल कहती पगडंडी
कदम बढ़ाओ कहती हैं
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)

73 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
View all
You may also like:
'याद पापा आ गये मन ढाॅंपते से'
'याद पापा आ गये मन ढाॅंपते से'
Rashmi Sanjay
"कलयुग का मानस"
Dr Meenu Poonia
नव वर्ष शुभ हो (कुंडलिया)
नव वर्ष शुभ हो (कुंडलिया)
Ravi Prakash
****शिक्षक****
****शिक्षक****
Kavita Chouhan
#लघुकथा
#लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
दिलों को तोड़ जाए वह कभी आवाज मत होना। जिसे कोई ना समझे तुम कभी वो राज मत होना। तुम्हारे दिल में जो आए ज़ुबां से उसको कह देना। कभी तुम मन ही मन मुझसे सनम नाराज मत होना।
दिलों को तोड़ जाए वह कभी आवाज मत होना। जिसे कोई ना समझे तुम कभी वो राज मत होना। तुम्हारे दिल में जो आए ज़ुबां से उसको कह देना। कभी तुम मन ही मन मुझसे सनम नाराज मत होना।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
रात के बाद सुबह का इंतजार रहता हैं।
रात के बाद सुबह का इंतजार रहता हैं।
Neeraj Agarwal
अपने आसपास
अपने आसपास "काम करने" वालों की कद्र करना सीखें...
Radhakishan R. Mundhra
*🔱नित्य हूँ निरन्तर हूँ...*
*🔱नित्य हूँ निरन्तर हूँ...*
Dr Manju Saini
आपका बुरा वक्त
आपका बुरा वक्त
Paras Nath Jha
दार्जलिंग का एक गाँव सुकना
दार्जलिंग का एक गाँव सुकना
Satish Srijan
💐प्रेम कौतुक-260💐
💐प्रेम कौतुक-260💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
'चाँद गगन में'
'चाँद गगन में'
Godambari Negi
जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है।
जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है।
सत्य कुमार प्रेमी
जुबान काट दी जाएगी - डी के निवातिया
जुबान काट दी जाएगी - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
बात
बात
Shyam Sundar Subramanian
Tumhara Saath chaiye ? Zindagi Bhar
Tumhara Saath chaiye ? Zindagi Bhar
Chaurasia Kundan
सीमवा पे डटल हवे, हमरे भैय्या फ़ौजी
सीमवा पे डटल हवे, हमरे भैय्या फ़ौजी
Er.Navaneet R Shandily
✍️शराब का पागलपन✍️
✍️शराब का पागलपन✍️
'अशांत' शेखर
बिजलियों का दौर
बिजलियों का दौर
अरशद रसूल /Arshad Rasool
दिन में तुम्हें समय नहीं मिलता,
दिन में तुम्हें समय नहीं मिलता,
Dr. Man Mohan Krishna
मजदूर की जिंदगी
मजदूर की जिंदगी
AMRESH KUMAR VERMA
*तुम साँझ ढले चले आना*
*तुम साँझ ढले चले आना*
Shashi kala vyas
-- दिव्यांग --
-- दिव्यांग --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
पहले तेरे हाथों पर
पहले तेरे हाथों पर
The_dk_poetry
सोच का अपना दायरा देखो
सोच का अपना दायरा देखो
Dr fauzia Naseem shad
मेघ
मेघ
Rakesh Rastogi
🚩अमर काव्य हर हृदय को, दे सद्ज्ञान-प्रकाश
🚩अमर काव्य हर हृदय को, दे सद्ज्ञान-प्रकाश
Pt. Brajesh Kumar Nayak
" आशा की एक किरण "
DrLakshman Jha Parimal
तेरा-मेरा साथ, जीवन भर का...
तेरा-मेरा साथ, जीवन भर का...
Sunil Suman
Loading...