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15 Mar 2024 · 1 min read

जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के

जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के
करे तारीफ़ सुनकर हर फ़साने शौक़ आदत के

गिराना तो बहुत आसान होता है किसी को भी
उठाओ तो तुम्हें जानें करें चर्चें लियाक़त के

शब्दार्थ- फ़साने- किस्से, लियाक़त- हुनर/जौहर/गुण/विशेषता

आर.एस. ‘प्रीतम’

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