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16 Apr 2020 · 1 min read

जय श्री राम

सबकी बिगड़ी बन जाये,
जय श्री राम जय श्री राम।
नहीं मौत किसी की असमय आये,
जय श्री राम जय श्री राम।
पूरण होवे सबके काम,
जय श्री राम जय श्री राम।
नहीं लालची, सब हों निष्काम,
जय श्री राम जय श्री राम।
धन धान्य से भरे रहें भंडार,
जय श्री राम जय श्री राम।
करते रहें लोग उपकार,
जय श्री राम जय श्री राम।
भृष्टाचारी पापी हों गारत,
जय श्री राम जय श्री राम।
विश्व गुरू बने भारत,
जय श्री राम जय श्री राम।
सुखी समृद्ध होय प्रजा,
जय श्री राम जय श्री राम।
पापाचारी को मिले सजा,
जय श्री राम जय श्री राम।
जन प्रतिनिधियों की हो बुद्धि शुद्ध,
जय श्री राम जय श्री राम।
समादृत होते रहें प्रबुद्ध,
जय श्री राम जय श्री राम।

जयन्ती प्रसाद शर्मा

Language: Hindi
Tag: कविता
2 Likes · 221 Views

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