जब किसी बज़्म तेरी बात आई ।

जब किसी बज़्म तेरी बात आई ।
गुल खिले चाँदनी रात याद आई।
चाँद का ज़िक्र जब हुआ ‘नीलम’
दम-ब-दम यार तेरी याद आई।
नीलम शर्मा ✍️
जब किसी बज़्म तेरी बात आई ।
गुल खिले चाँदनी रात याद आई।
चाँद का ज़िक्र जब हुआ ‘नीलम’
दम-ब-दम यार तेरी याद आई।
नीलम शर्मा ✍️