Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2020 · 1 min read

जन्मदिन मैं इस तरह मनाऊँ

जन्मदिन मैं इस तरह मनाऊँ।
अपने हिस्से की कुछ ख़ुशियाँ, यारों को दे आऊँ।

प्रिय परिवार और स्नेहीजन।
जो मुझ पर बारें तन मन धन।
मुझ पर प्यार जिन्हें भरसक है।
जिनका इस जीवन पर हक़ है।
इस जीवन के कुछ पल हँस कर उनके संग विताऊँ।
खुद उनके सारे गम ले लूँ उन पर प्यार लुटाऊँ।
जन्मदिन मैं इस तरह मनाऊँ।।

तीरथ कर आना अच्छा है।
प्रभु के गुण गाना अच्छा है।
मंदिर जाते दुनियाँ बाले।
मेरे मन में प्रश्न निराले।
माता पिता सामने मेरे मैं क्यों मंदिर जाऊँ।
इनके चरणों की रज लेकर माथे तिलक सजाऊँ।
जन्मदिन मैं इस तरह मनाऊँ।।

संजय नारायण

Language: Hindi
Tag: गीत
3 Likes · 1 Comment · 149 Views
You may also like:
श्रृंगार करें मां दुल्हन सी, ऐसा अप्रतिम अपरूप लिए
श्रृंगार करें मां दुल्हन सी, ऐसा अप्रतिम अपरूप लिए
Er.Navaneet R Shandily
What I wished for is CRISPY king
What I wished for is CRISPY king
Ankita Patel
247.
247. "पहली पहली आहट"
MSW Sunil SainiCENA
दीदार ए वक्त।
दीदार ए वक्त।
Taj Mohammad
शब्द यदि हर अर्थ का, पर्याय होता जायेगा
शब्द यदि हर अर्थ का, पर्याय होता जायेगा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
■ व्यंग्य / जंगल-बुक
■ व्यंग्य / जंगल-बुक
*Author प्रणय प्रभात*
तीन दोहे
तीन दोहे
Vijay kumar Pandey
Unki julfo ki ghata bhi  shadid takat rakhti h
Unki julfo ki ghata bhi shadid takat rakhti h
Sakshi Tripathi
" अनमोल धरोहर बेटी "
Dr Meenu Poonia
करवा चौथ
करवा चौथ
VINOD KUMAR CHAUHAN
रामचरितमानस (मुक्तक)
रामचरितमानस (मुक्तक)
नीरज कुमार ' सरल'
*दो कुंडलियाँ*
*दो कुंडलियाँ*
Ravi Prakash
टूटता तारा
टूटता तारा
Ashish Kumar
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बारिश
बारिश
Aksharjeet Ingole
बादलों ने ज्यों लिया है
बादलों ने ज्यों लिया है
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
आप तो आप ही है
आप तो आप ही है
gurudeenverma198
हे राम हृदय में आ जाओ
हे राम हृदय में आ जाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
💐प्रेम कौतुक-475💐
💐प्रेम कौतुक-475💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
✍️उम्मीदों की गहरी तड़प
✍️उम्मीदों की गहरी तड़प
'अशांत' शेखर
शक्कर की माटी
शक्कर की माटी
विजय कुमार नामदेव
अनेकतामा एकता
अनेकतामा एकता
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
तेरे नाम पर बेटी
तेरे नाम पर बेटी
Satish Srijan
रात उसको अब अकेले खल रही होगी
रात उसको अब अकेले खल रही होगी
Dr. Pratibha Mahi
अब समन्दर को सुखाना चाहते हैं लोग
अब समन्दर को सुखाना चाहते हैं लोग
Shivkumar Bilagrami
जो जी में आए कहें, बोलें बोल कुबोल।
जो जी में आए कहें, बोलें बोल कुबोल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
जाति का दंश
जाति का दंश
Shekhar Chandra Mitra
दिल किसी से अगर लगायेगा
दिल किसी से अगर लगायेगा
Dr fauzia Naseem shad
दिल पे पत्थर
दिल पे पत्थर
shabina. Naaz
हो जाओ तुम किसी और के ये हमें मंजूर नहीं है,
हो जाओ तुम किसी और के ये हमें मंजूर नहीं...
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
Loading...