Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Apr 2020 · 1 min read

छोड़ दी हमने अब तेरी चाह

छोड़ दी हमने अब तेरी चाह
**********************

छोड़ दी हमने अब तेरी चाह
तेरी मेरी अलग – अलग राह

कर के देखे है प्रयत्न हजार
मिल ना पाई हमें तेरी पनाह

तुम्हें ढूंढा जहां में यहाँ- वहाँ
कहाँ पे बैठे हो किस दरगाह

छोड़ दिया तन्हा तुमने यहाँ
कर दिया है ऐसा क्या गुनाह

रह गए हम तुम्हे पाते – पाते
टूट गई हिम्मत और उत्साह

देखके करते हो नजरअंदाज
क्यों बैठे हो बन के बेपरवाह

देख कर हालत और हालात
सुखविंद्र छोड़दी है तेरी राह

सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
Tag: कविता
1 Like · 414 Views

Books from सुखविंद्र सिंह मनसीरत

You may also like:
कुछ वक्त के लिए
कुछ वक्त के लिए
Surinder blackpen
रात
रात
अंजनीत निज्जर
अब सुनता कौन है
अब सुनता कौन है
जगदीश लववंशी
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
✍️किसी रूठे यार के लिए...
✍️किसी रूठे यार के लिए...
'अशांत' शेखर
सच्चाई लक्ष्मण रेखा की
सच्चाई लक्ष्मण रेखा की
AJAY AMITABH SUMAN
औकात
औकात
साहित्य गौरव
Your heart is a Queen who runs by gesture of your mindset !
Your heart is a Queen who runs by gesture of...
Nupur Pathak
*हम दीपावली मनाऍंगे (बाल कविता)*
*हम दीपावली मनाऍंगे (बाल कविता)*
Ravi Prakash
हिन्दी भाषा
हिन्दी भाषा
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
"ये कैसा दस्तूर?"
Dr. Kishan tandon kranti
"ज़िंदगी जिंदादिली का नाम है, मुर्दादिल क्या खाक़ जीया करते...
Mukul Koushik
नमन!
नमन!
Shriyansh Gupta
यादों से छुटकारा
यादों से छुटकारा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
■ मुक्तक / नेक सलाह
■ मुक्तक / नेक सलाह
*Author प्रणय प्रभात*
यह तुमने क्या किया है
यह तुमने क्या किया है
gurudeenverma198
प्रकाशित हो मिल गया, स्वाधीनता के घाम से
प्रकाशित हो मिल गया, स्वाधीनता के घाम से
Pt. Brajesh Kumar Nayak
पत्नी रुष्ट है
पत्नी रुष्ट है
Satish Srijan
💐प्रेम कौतुक-340💐
💐प्रेम कौतुक-340💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मौजु
मौजु
DR ARUN KUMAR SHASTRI
यारो जब भी वो बोलेंगे
यारो जब भी वो बोलेंगे
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
आदमी से आदमी..
आदमी से आदमी..
Vijay kumar Pandey
जिन्दगी खर्च हो रही है।
जिन्दगी खर्च हो रही है।
Taj Mohammad
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
किसान पर दोहे
किसान पर दोहे
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
गोरे मुखड़े पर काला चश्मा
गोरे मुखड़े पर काला चश्मा
श्री रमण 'श्रीपद्'
अगर जीवन में कभी किसी का कंधा बने हो , किसी की बाजू बने हो ,
अगर जीवन में कभी किसी का कंधा बने हो ,...
Seema Verma
एक दीये की दीवाली
एक दीये की दीवाली
Ranjeet Kumar
रफ्तार
रफ्तार
Anamika Singh
ढूंढता हूँ उसे मैं मगर मिल नहीं पाता हूँ
ढूंढता हूँ उसे मैं मगर मिल नहीं पाता हूँ
VINOD KUMAR CHAUHAN
Loading...