Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2023 · 1 min read

*छुट्टी गर्मी की हुई, वर्षा का आनंद (कुंडलिया / बाल कविता)*

छुट्टी गर्मी की हुई, वर्षा का आनंद (कुंडलिया / बाल कविता)
————————————–
छुट्टी गर्मी की हुई, वर्षा का आनंद
विद्यालय में पड़ गए, ताले अब सब बंद
ताले अब सब बंद, चलो जी मौज मनाओ
उड़ो बादलों संग, भीग बारिश में जाओ
कहते रवि कविराय, काम से कर लो कुट्टी
कभी धूप है छॉंव, मजे का मतलब छुट्टी
———————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

1 Like · 229 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
*आज छठी की छटा निराली (गीत)*
*आज छठी की छटा निराली (गीत)*
Ravi Prakash
कभी मिलो...!!!
कभी मिलो...!!!
Kanchan Khanna
हमको जो समझे हमीं सा ।
हमको जो समझे हमीं सा ।
Dr fauzia Naseem shad
मिमियाने की आवाज
मिमियाने की आवाज
Dr Nisha nandini Bhartiya
Augmented Reality: Unveiling its Transformative Prospects
Augmented Reality: Unveiling its Transformative Prospects
Shyam Sundar Subramanian
"तिकड़मी दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
चुलबुली मौसम
चुलबुली मौसम
Anil "Aadarsh"
मनुष्य तुम हर बार होगे
मनुष्य तुम हर बार होगे
Harish Chandra Pande
जाम पीते हैं थोड़ा कम लेकर।
जाम पीते हैं थोड़ा कम लेकर।
सत्य कुमार प्रेमी
आचार संहिता
आचार संहिता
Seema gupta,Alwar
कोई भी रंग उस पर क्या चढ़ेगा..!
कोई भी रंग उस पर क्या चढ़ेगा..!
Ranjana Verma
Chehre se sundar nhi per,
Chehre se sundar nhi per,
Vandana maurya
नजरिया-ए-नील पदम्
नजरिया-ए-नील पदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
■ अंतर...
■ अंतर...
*Author प्रणय प्रभात*
मैं घाट तू धारा…
मैं घाट तू धारा…
Rekha Drolia
अंधेरे के सौदागर
अंधेरे के सौदागर
Shekhar Chandra Mitra
सबका मालिक होता है।
सबका मालिक होता है।
Taj Mohammad
नेताओं के घर भी बुलडोजर चल जाए
नेताओं के घर भी बुलडोजर चल जाए
Dr. Kishan Karigar
नफरत के कांटे
नफरत के कांटे
shabina. Naaz
बेटा बेटी का विचार
बेटा बेटी का विचार
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
✍️आहट
✍️आहट
'अशांत' शेखर
सिद्धत थी कि ,
सिद्धत थी कि ,
ज्योति
ज्योतिरादित्य सिन्धिया
ज्योतिरादित्य सिन्धिया
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
माँ तस्वीर नहीं, माँ तक़दीर है…
माँ तस्वीर नहीं, माँ तक़दीर है…
Anand Kumar
"ज़िन्दगी जो दे रही
Saraswati Bajpai
मिलो ना तुम अगर तो अश्रुधारा छूट जाती है ।
मिलो ना तुम अगर तो अश्रुधारा छूट जाती है ।
Arvind trivedi
आँखों से भी मतांतर का एहसास होता है , पास रहकर भी विभेदों का
आँखों से भी मतांतर का एहसास होता है , पास रहकर भी विभेदों का
DrLakshman Jha Parimal
दस्तक बनकर आ जाओ
दस्तक बनकर आ जाओ
Satish Srijan
“एक नई सुबह आयेगी”
“एक नई सुबह आयेगी”
पंकज कुमार कर्ण
रास्ता दुर्गम राह कंटीली, कहीं शुष्क, कहीं गीली गीली
रास्ता दुर्गम राह कंटीली, कहीं शुष्क, कहीं गीली गीली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...