Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2024 · 1 min read

छल जाते हैं

हर एक हृदय से
अपने लिए
हम कटु शब्द ही पाते हैं
सब नाते ही छल जाते हैं
सब रिश्ते ही ठुकराते हैं
अपनापा
क्या जाने
वो जिसने
स्वार्थ हेतु संबंध किया
आपस में केवल लेने और देने
का ही अनुबंध किया
सब अपने ही कहलाते हैं
जो इस मन को छल जाते हैं ✍️

1 Like · 89 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shweta Soni
View all

You may also like these posts

AE888 mang đến trải nghiệm cá cược trực tuyến đỉnh cao. nhiề
AE888 mang đến trải nghiệm cá cược trực tuyến đỉnh cao. nhiề
AE888
वो अपने दर्द अपनी पीड़ा में ही उलझे रहे
वो अपने दर्द अपनी पीड़ा में ही उलझे रहे
Sonam Puneet Dubey
दोहा
दोहा
Neelofar Khan
धर्म की खिचड़ी
धर्म की खिचड़ी
विनोद सिल्ला
मिटा लो दिल से दिल की दूरियां,
मिटा लो दिल से दिल की दूरियां,
Ajit Kumar "Karn"
इंतज़ार
इंतज़ार
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
प्यारी लगती है मुझे तेरी दी हुई हर निशानी,
प्यारी लगती है मुझे तेरी दी हुई हर निशानी,
Jyoti Roshni
मुॅंह अपना इतना खोलिये
मुॅंह अपना इतना खोलिये
Paras Nath Jha
कब तक अंधेरा रहेगा
कब तक अंधेरा रहेगा
Vaishaligoel
कोशिश बहुत करता हूं कि दर्द ना छलके
कोशिश बहुत करता हूं कि दर्द ना छलके
इंजी. संजय श्रीवास्तव
अगर पात्रता सिद्ध कर स्त्री पुरुष को मां बाप बनना हो तो कितन
अगर पात्रता सिद्ध कर स्त्री पुरुष को मां बाप बनना हो तो कितन
Pankaj Kushwaha
मेरा हमेशा से यह मानना रहा है कि दुनिया में ‌जितना बदलाव हमा
मेरा हमेशा से यह मानना रहा है कि दुनिया में ‌जितना बदलाव हमा
Rituraj shivem verma
😡 *प्रसंगवश व्यंग्य* :--
😡 *प्रसंगवश व्यंग्य* :--
*प्रणय*
हम बैठे हैं
हम बैठे हैं
हिमांशु Kulshrestha
तुम मुझे मेरा गिफ़्ट ये देना
तुम मुझे मेरा गिफ़्ट ये देना
MEENU SHARMA
किस-किस को समझाओगे
किस-किस को समझाओगे
शिव प्रताप लोधी
दोहा सप्तक. . . . . मन
दोहा सप्तक. . . . . मन
sushil sarna
दिल तो करता है
दिल तो करता है
Shutisha Rajput
ज़िंदगी क्या है ?
ज़िंदगी क्या है ?
Dr fauzia Naseem shad
मानो की शादी
मानो की शादी
manorath maharaj
संविधान शिल्पी बाबा साहब शोध लेख
संविधान शिल्पी बाबा साहब शोध लेख
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
“दोस्त हो तो दोस्त बनो”
“दोस्त हो तो दोस्त बनो”
DrLakshman Jha Parimal
"सावधान"
Dr. Kishan tandon kranti
गीत- निराशा भूल जाऊँगा...
गीत- निराशा भूल जाऊँगा...
आर.एस. 'प्रीतम'
सत्य और मिथ्या में अन्तर
सत्य और मिथ्या में अन्तर
महेश चन्द्र त्रिपाठी
sp61 जीव हर संसार में
sp61 जीव हर संसार में
Manoj Shrivastava
मां तुम्हें सरहद की वो बाते बताने आ गया हूं।।
मां तुम्हें सरहद की वो बाते बताने आ गया हूं।।
Ravi Yadav
4045.💐 *पूर्णिका* 💐
4045.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हमने उसको देखा, नजरों ने कुछ और देखा,,
हमने उसको देखा, नजरों ने कुछ और देखा,,
SPK Sachin Lodhi
काल चक्र कैसा आया यह, लोग दिखावा करते हैं
काल चक्र कैसा आया यह, लोग दिखावा करते हैं
पूर्वार्थ
Loading...