Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Oct 2022 · 2 min read

“छत्रपति शिवाजी महाराज की गौभक्ति”

बारह वर्ष की आयु में ही शिवाजी को यह अहसास था कि इस देश के मूलनिवासी गरीबी और दासता का जीवन बिता रहे है, जबकि दूर देश से आये मुस्लिम हमलावरों के वंशज यहां के लोगों की सम्पत्ति पर ऐश कर रहे हैं। क्रूर शासक मखमल और रेशम पहनते हैं और मस्ती लूटते हैं, जबकि गरीब जनता को खाने के लिए सुखी रोटी भी नहीं मिल पाती।
इन विचारों और अहसासों के बीच ऐश्वर्य के अम्बरों के बीच से गुजरते हुए शिवाजी कभी क्रोध से होंठ काटते थे, कभी भौंहे चढ़ाते थे और आंखे तरेरते थें। उन्हें यह सब अच्छा नही लग रहा था।
तभी उन्होंने देखा कि एक दाढ़ी वाला खूंखार-सा लगने वाला मुसलमान एक गाय को हांकते हुए ले जा रहा था। उसके हाथ में एक डंडा था, जिससे वह उसे बार-बार पीट रहा था। गाय आगे जाना नहीं चाहती, चीखती थी और इधर-उधर कातर नेत्रों से देखती थी। वो गाय को वध के लिए ले जा रहा था। गाय समझ गयी थी कि उसका अंत निश्चित है। गाय की आंखो से आंसू निकल रहे थे, वो पछाड़े खा-खा कर जमीन पर गिर रही थी। कसाई उसे लाठी, लात और नुकिले सुऐ से गोदकर आगे खींच रहा था। इधर-उधर जो हिंदू थे, वे मस्तक झुकाये ये सब देख रहे थे। उनमें इतना साहस नहीं कि कुछ कह सकें। मुसलमानी राज्य में रहकर वे कुछ बोलें तो पता नहीं क्या हो। उस समय मुस्लिम शासकों का शासन था। गो वध उनके लिए एक सामान्य बात थी। विरोध करने वाले की निर्मम तरीके से हत्या कर दी जाती थी। पूरे बाजार में सब लोग चुपचाप खड़े रहकर तमाशा देख रहे थे। शिवाजी की आंखो में इस दृश्य और गाय की पीड़ा को देखकर आंसू भर आये। उनके ह्रदय और मस्तिष्क में क्रोध की अग्नि जलने लगी। उन्होंने तुरंत उस कसाई को रोककर गाय छोड़ने को कहा। कसाई ने गाय छोड़ने की बजाय शिवाजी को अपशब्द कहने शुरू कर उन पर हमला कर दिया।

बालक शिवा ने राजपूती शान की प्रतीक छोटी तलवार लटका रखी थी। शिवाजी ने तुरन्त अपनी तलवार निकालकर उस कसाई का पहले हाथ काटा फिर सर धड़ से अलग कर दिया और गाय को आजाद कराकर सुरक्षित स्थान पर छोड़ आये।
अब तो चारो ओर से भीड़ घटना-स्थल की ओर दौड़ पड़ी। खून से सनी तलवार हाथ में पकड़े वीर बालक शिवाजी हर चुनौती के लिए तैयार होकर तनकर खड़े हो गए। बच्चे का रौद्र रूप देखकर किसी की आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं हुई।
सेवको ने भीड़ को बताया कि यह बालक वीर योद्धा शहाजी का बेटा है और फिर शिवाजी को समझा-बुझाकर घर ले गए। यहीं से बालक शिवाजी ने अत्याचारी मुगल-सल्तनत को उखाड़ फेंकने का संकल्प कर लिया। उन्होने मराठा हिंदू वीरो को एकत्र कर औरगंजेब की विशाल सेना को अपने युद्ध कौशल से अनेक बार परास्त किया और गाय की रक्षा से शुरू हुई उनकी यात्रा “हिन्दवी स्वराज” पर जाकर रुकी।

2 Likes · 65 Views
You may also like:
हाँ बहुत प्रेम करती हूँ तुम्हें
हाँ बहुत प्रेम करती हूँ तुम्हें
Saraswati Bajpai
नित नए संघर्ष करो (मजदूर दिवस)
नित नए संघर्ष करो (मजदूर दिवस)
श्री रमण 'श्रीपद्'
दर्द जो आंखों से दिखने लगा है
दर्द जो आंखों से दिखने लगा है
Surinder blackpen
पोथी समीक्षा -भासा के न बांटियो।
पोथी समीक्षा -भासा के न बांटियो।
Acharya Rama Nand Mandal
जनवरी आज फिर तेरी ख़ातिर
जनवरी आज फिर तेरी ख़ातिर
Dr fauzia Naseem shad
✍️यहाँ सब अदम है...
✍️यहाँ सब अदम है...
'अशांत' शेखर
हास्य कवि की पत्नी (हास्य घनाक्षरी)
हास्य कवि की पत्नी (हास्य घनाक्षरी)
Ravi Prakash
मटका
मटका
Satish Srijan
शीर्षक :- आजकल के लोग
शीर्षक :- आजकल के लोग
Nitish Nirala
फाल्गुन वियोगिनी व्यथा
फाल्गुन वियोगिनी व्यथा
Er.Navaneet R Shandily
नहीं आये कभी ऐसे तूफान
नहीं आये कभी ऐसे तूफान
gurudeenverma198
है सुकूँ  से भरा  एक  घर  ज़िन्दगी
है सुकूँ से भरा एक घर ज़िन्दगी
Dr Archana Gupta
सनातन भारत का अभिप्राय
सनातन भारत का अभिप्राय
Ashutosh Singh
तीर्थ यात्रा
तीर्थ यात्रा
विशाल शुक्ल
🏠कुछ दिन की है बात ,सभी जन घर में रह लो।
🏠कुछ दिन की है बात ,सभी जन घर में रह...
Pt. Brajesh Kumar Nayak
"निरक्षर-भारती"
Prabhudayal Raniwal
💐Prodigy Love-45💐
💐Prodigy Love-45💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जिनवानी स्तुती (अभंग )
जिनवानी स्तुती (अभंग )
Ajay Chakwate *अजेय*
Destiny
Destiny
Shyam Sundar Subramanian
★ संस्मरण / गट-गट-गट-गट कोका-कोला 😊
★ संस्मरण / गट-गट-गट-गट कोका-कोला 😊
*Author प्रणय प्रभात*
द्रोणाचार्यों की साज़िश
द्रोणाचार्यों की साज़िश
Shekhar Chandra Mitra
मुझे चांद का इंतज़ार नहीं
मुझे चांद का इंतज़ार नहीं
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
साँझ ढले ही आ बसा, पलकों में अज्ञात।
साँझ ढले ही आ बसा, पलकों में अज्ञात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
प्रणय 10
प्रणय 10
Ankita Patel
दो कदम साथ चलो
दो कदम साथ चलो
VINOD KUMAR CHAUHAN
प्यारी चिड़ियाँ
प्यारी चिड़ियाँ
RAJA KUMAR 'CHOURASIA'
// बेटी //
// बेटी //
Surya Barman
शिव जी को चम्पा पुष्प , केतकी पुष्प कमल , कनेर पुष्प व तुलसी पत्र क्यों नहीं चढ़ाए जाते है ?
शिव जी को चम्पा पुष्प , केतकी पुष्प कमल ,...
Subhash Singhai
कैलेंडर
कैलेंडर
Shiva Awasthi
*हम पर अत्याचार क्यों?*
*हम पर अत्याचार क्यों?*
Dushyant Kumar
Loading...