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16 Nov 2023 · 1 min read

चुनिंदा अशआर

ख़्वाब तेरे ,तेरा ख़्याल लिए ।
ज़िंदगी यूं भी हम गुजारेंगे ।।

जिंदगी को बुना है हाथों से ।
हम भी बारीकियां समझते है।।

हमको पहचान अपनी प्यारी थी ।
हम बदलते तो हम नहीं रहते ।।

इसका हिस्सा कभी नहीं बनना ।
भीड़ पहचान छीन लेती है ।।

कुछ भी रहता नहीं है यादों में ।
वक्त लम्हों में बीत जाता है ।।

खुद से बे’वजह रूठ जाते हैं।
जिंदगी कब उदास करती है।।

ख्वाबों की तेरी दुनिया हक़ीक़त से दूर है ।
हासिल अगर नहीं तो तमन्ना फितूर है ।।

हर एक सांस की क़ीमत चुकाई है हमनें ।
जिंदगी हमने कहाँ, तेरा उधार रक्खा है ।।

-डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
6 Likes · 228 Views
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