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20 Sep 2024 · 1 min read

चाहे जिसको नोचते,

चाहे जिसको नोचते,
वहशी कामुक लोग ।
फैल वासना का रहा ,
अजब घृणित यह रोग ।।
सुशील सरना / 20-9-24

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