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31 Aug 2016 · 1 min read

चाहिए अर्जुन की नज़र

लक्ष्य पाने के लिए
चाहिए अर्जुन की नज़र
नही होगा भटकाना
ये मन इधर उधर
सुन आवाज मन की
होगा निशाना साधना
न भटकना पथ से कहीं
रखना समर्पित भावना
फिर रोक सकता ही नहीं
कोई सफलता पाने से
तीर जाकर के लगेगा
सीधा ही ठिकाने से
इक बात मगर तुमको
रखनी होगी ये याद
ये हार जीत दोनों ही
हैं जीवन की सौगात
क्योंकि ऐसा ही होता है
ये ज़िन्दगी का सफर
डॉ अर्चना गुप्ता

Language: Hindi
333 Views
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