Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2023 · 1 min read

चाय पार्टी

चाय की चुस्कियाँ, गुपचुप बातें,
गरम समोसे और खट्टे मेवे,
ये सब होता है चाय पार्टी में,
जिसे देख मन हो जाता है खुशी से भरा।

कुछ दोस्त बैठे होते हैं बाहर,
कुछ तो अपने घर से लेकर आते हैं चाय,
गुपचुप बातें करते हैं सभी,
चाय की चुस्कियों से मिलती है खुशी।

चाय पार्टी का मजा बहुत होता है,
चाय की खुशबू सबको मोह लेती है,
दोस्तों की मुस्कुराहट से सबका मन हो जाता है खुश,
चाय पार्टी जैसी खुशी नहीं मिलती कहीं और।

चाय के साथ समोसे, कचौड़ी और पकोड़े,
ये सब खाकर सबका मन होता है संतुष्ट,
चाय पार्टी में जो खुशी होती है,
उससे बड़ी और कोई खुशी नहीं होती है।

चाय पार्टी की खुशी हमेशा याद रहती है,
चाय की चुस्कियों का स्वाद भी याद रहता है,
दोस्तों की मुस्कुराहट भी याद रहती है,
चाय पार्टी की खुशी भी याद रहती है।

|| सिद्धार्थ मिश्रा ||

2 Likes · 232 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sidhartha Mishra
View all
You may also like:
!! सुविचार !!
!! सुविचार !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
पैसा अगर पास हो तो
पैसा अगर पास हो तो
शेखर सिंह
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दम उलझता है
दम उलझता है
Dr fauzia Naseem shad
रिश्ते
रिश्ते
Neeraj Agarwal
याद
याद
Kanchan Khanna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
आज कल ट्रेंड है रिश्ते बनने और छुटने का
आज कल ट्रेंड है रिश्ते बनने और छुटने का
पूर्वार्थ
संघर्ष और निर्माण
संघर्ष और निर्माण
नेताम आर सी
*सांच को आंच नहीं*
*सांच को आंच नहीं*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
वृद्धाश्रम में दौर, आखिरी किसको भाता (कुंडलिया)*
वृद्धाश्रम में दौर, आखिरी किसको भाता (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*****खुद का परिचय *****
*****खुद का परिचय *****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
श्री श्याम भजन
श्री श्याम भजन
Khaimsingh Saini
तेरे आने कें बाद से बदल गए है,
तेरे आने कें बाद से बदल गए है,
Vaishaligoel
⚘*अज्ञानी की कलम*⚘
⚘*अज्ञानी की कलम*⚘
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"UG की महिमा"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
बदलाव की ओर
बदलाव की ओर
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
അക്ഷരങ്ങൾ
അക്ഷരങ്ങൾ
Heera S
टूटे ना नेहिया की तार
टूटे ना नेहिया की तार
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
■ केवल लूट की मंशा।
■ केवल लूट की मंशा।
*प्रणय प्रभात*
"रहबर"
Dr. Kishan tandon kranti
"आधुनिक नारी"
Ekta chitrangini
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम।
किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम।
surenderpal vaidya
दिल तो है बस नाम का ,सब-कुछ करे दिमाग।
दिल तो है बस नाम का ,सब-कुछ करे दिमाग।
Manoj Mahato
वो ज़ख्म जो दिखाई नहीं देते
वो ज़ख्म जो दिखाई नहीं देते
shabina. Naaz
दिल टूटने के बाद
दिल टूटने के बाद
Surinder blackpen
प्रजा शक्ति
प्रजा शक्ति
Shashi Mahajan
कविता: सपना
कविता: सपना
Rajesh Kumar Arjun
मेरी कविता, मेरे गीत, मेरी गज़ल बन चले आना,
मेरी कविता, मेरे गीत, मेरी गज़ल बन चले आना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...