Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jan 2023 · 1 min read

*चाय (कुंडलिया)*

चाय (कुंडलिया)
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””
सर्दी में अच्छी लगी ,अदरक वाली चाय
गर्मी के अहसास का, सुंदर एक उपाय
सुंदर एक उपाय , युद्ध सर्दी से जीते
पीते लोग गरीब , सेठ जी देखो पीते
कहते रवि कविराय,ताजगी भीतर भर दी
जिसने पी ली चाय,कब लगी उसको सर्दी
“”””””'”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

61 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
मूर्दन के गांव
मूर्दन के गांव
Shekhar Chandra Mitra
मुक्तक।
मुक्तक।
Pankaj sharma Tarun
अगर सक्सेज चाहते हो तो रुककर पीछे देखना छोड़ दो - दिनेश शुक्
अगर सक्सेज चाहते हो तो रुककर पीछे देखना छोड़ दो - दिनेश शुक्
dks.lhp
✍️स्कूल टाइम ✍️
✍️स्कूल टाइम ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
हर रोज़ ही हम।
हर रोज़ ही हम।
Taj Mohammad
एक जंग, गम के संग....
एक जंग, गम के संग....
Aditya Prakash
सावन
सावन
Ambika Garg *लाड़ो*
मुक्तक
मुक्तक
जगदीश शर्मा सहज
- साहित्य मेरी जान -
- साहित्य मेरी जान -
bharat gehlot
✍️✍️धूल✍️✍️
✍️✍️धूल✍️✍️
'अशांत' शेखर
‼️परिवार संस्था पर ध्यान ज़रूरी हैं‼️
‼️परिवार संस्था पर ध्यान ज़रूरी हैं‼️
Aryan Raj
हमारी हिन्दी ऊँच-नीच का भेदभाव नहीं करती.,
हमारी हिन्दी ऊँच-नीच का भेदभाव नहीं करती.,
SPK Sachin Lodhi
दर्द ए हया को दर्द से संभाला जाएगा
दर्द ए हया को दर्द से संभाला जाएगा
कवि दीपक बवेजा
मेरी हर शय बात करती है
मेरी हर शय बात करती है
Sandeep Albela
झरने और कवि का वार्तालाप
झरने और कवि का वार्तालाप
Ram Krishan Rastogi
आँखों का कोना एक बूँद से ढँका देखा  है मैंने
आँखों का कोना एक बूँद से ढँका देखा है मैंने
शिव प्रताप लोधी
वापस
वापस
Harish Srivastava
ज़ख्म शायरी
ज़ख्म शायरी
मनोज कर्ण
*सुप्रभात की सुगंध*
*सुप्रभात की सुगंध*
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
💐 Prodigy Love-13💐
💐 Prodigy Love-13💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गाँव के दुलारे
गाँव के दुलारे
जय लगन कुमार हैप्पी
उसका प्यार
उसका प्यार
Dr MusafiR BaithA
कनुप्रिया
कनुप्रिया
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
स्त्री का प्रेम ना किसी का गुलाम है और ना रहेगा
स्त्री का प्रेम ना किसी का गुलाम है और ना रहेगा
प्रेमदास वसु सुरेखा
हृदय की चोट थी नम आंखों से बह गई
हृदय की चोट थी नम आंखों से बह गई
Er. Sanjay Shrivastava
I feel h
I feel h
Swami Ganganiya
पुराने गली-मुहल्ले (कुंडलिया)
पुराने गली-मुहल्ले (कुंडलिया)
Ravi Prakash
तलाक़ का जश्न…
तलाक़ का जश्न…
Anand Kumar
बाल कहानी- गणतंत्र दिवस
बाल कहानी- गणतंत्र दिवस
SHAMA PARVEEN
सियासत
सियासत "झूठ" की
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...