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21 Jan 2023 · 1 min read

चराग बुझते ही…..

चराग बुझते ही अंधेरा छा गया।
कहे बिना खुद की हैसियत बता गया।
समझ सके ना खुद की नादानियों को,
जल के दे गया क्या बुझ के बता गया।
–“प्यासा”

Language: Hindi
Tag: मुक्तक
65 Views
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