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17 Dec 2022 · 1 min read

*चंदा 【कुंडलिया】*

चंदा 【कुंडलिया】
————————————————
चंदा लेने आ गए ,चंदे वाले लोग
बोले चंदा दीजिए ,आया है शुभ योग
आया है शुभ योग ,रंक व्यापारी बोला
आमदनी है शून्य ,न अब तक खाता खोला
कहते रवि कविराय ,भले हो धंधा मंदा
आते लिए रसीद ,चतुर जन लेने चंदा
————————————————
रंक = गरीब ,निर्धन
————————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश )
मोबाइल 99976 15451

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